- संजय बांगर के बेटे आर्यन बांगर ने अपनी पहचान बदलकर अनाया बांगर के नाम से नई जिंदगी शुरू की है
- अनाया बांगर ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर क्रिकेट किट में एक वीडियो साझा किया जिसमें वे बल्लेबाजी करती दिखीं
- वीडियो में अनाया आरसीबी टीम की किट बैग के साथ मैदान में प्रैक्टिस करती हुई नजर आईं
Anaya Bangar Share Cricket Practice Video With RCB Kit: पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय बांगर के बेटे आर्यन बांगर, जो अब अनाया बांगर के नाम से जानी जाती हैं, एक बार फिर सुर्खियों में हैं. हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो साझा किया जिसने सभी को भावुक कर दिया. वीडियो में अनाया फिर से क्रिकेट किट उठाए मैदान में नज़र आ रही हैं, मानो अपने पुराने सपने को फिर से जी रही हों. अनाया बांगर ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह मैदान की ओर जाती हैं, पैड और ग्लव्स पहनकर बल्लेबाजी के लिए तैयार होती हैं.
वीडियो के साथ अनाया ने पोस्ट में लिखा
मेरी दुनिया बदल गई, लेकिन सपना कभी नहीं बदला. मैं अपने खून में क्रिकेट के साथ पैदा हुआ था और अब, मैं इसे अपनी सच्चाई से खेलती हूं.
क्या आरसीबी टीम के तरफ से खेलेंगी अनाया बांगर?
उनकी इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर जबरदस्त प्रतिक्रिया पाई है. फैन्स और क्रिकेट प्रेमी उनकी हिम्मत और जुनून की तारीफ कर रहे हैं और इसी के साथ फैंस के बीच इस बात की चर्चा तेज हो गई है की क्या वो आरसीबी टीम के तरफ से आने वाले समय में खेलते हुए दिख सकती हैं? आपको बता दें की ये कयास इसलिए लगाए जा रहे हैं क्योंकि अनाया बांगर आरसीबी टीम की किट बैग के साथ वीडियो में प्रैक्टिस के लिए पहुंचती हुई दिखी हैं.
पहचान बदली, लेकिन जुनून वही
आर्यन बांगर के रूप में उन्होंने बचपन से क्रिकेट खेला और देश के लिए खेलने का सपना देखा था. बाद में उन्होंने अपनी पहचान बदली और अनाया बांगर के रूप में नई जिंदगी की शुरुआत की. वह अब एक ट्रांसजेंडर वुमन हैं और कई रियलिटी शो में नज़र आ चुकी हैं, लेकिन क्रिकेट के प्रति उनका लगाव अब भी बरकरार है. उनका यह वीडियो इस बात का संकेत है कि वे एक बार फिर अपने क्रिकेटिंग करियर को पुनर्जीवित करने की तैयारी में हैं.
क्रिकेट की ओर नई शुरुआत
महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक विश्व कप जीत के बाद देशभर में महिला खिलाड़ियों की सराहना हो रही है. इसी प्रेरणा से शायद अनाया बांगर ने भी अपने बचपन के सपने को फिर से जीने का फैसला किया है. उनका यह कदम न केवल ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए नई उम्मीद जगाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जुनून और सपने किसी लिंग की सीमा में नहीं बंधते.














