जहां एक ओर World Cup 2023 में टीम इंडिया का जलवा जारी है और चारों और क्रिकेट की धूम मची हुई है, तो इसी बीच भारत के लिए दिन वनडे मैच खएलने वाले गुरकीरत सिंह मान (Gurkeerat Singh Mann) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया. गुरकीरत ने भारत की तरफ से इन मैचों में मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने के अलावा ऑफ स्पिनर के रूप में 10 ओवर भी किए थे. गुरकीरत सिंह का फर्स्ट क्लास, रिकॉर्ड बहुत ही शानदार रहा. और उन्होंने 59 मैचों में करीब 43 के औसत से रन बनाए, लेकिन इस प्रदर्शन के बाद जब उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका मिला, तो वह शीर्ष स्तर पर मिले मौके को भुनाने में नाकाम रहे.
इस वजह से लिया गुरकीरत ने फैसला
पंजाब की टीम में अंदर बाहर होने और 2020 से आईपीएल में नहीं खेल पाने के कारण गुरकीरत ने संन्यास लेने का फैसला किया. गुरकीरत ने इंस्टाग्राम पर लिखा,‘आज का दिन मेरी अविश्वसनीय क्रिकेट यात्रा का अंतिम दिन है. भारत का प्रतिनिधित्व करना सम्मान और सौभाग्य की बात रही है. मेरा सहयोग करने के लिए मैं अपने परिवार, मित्रों, कोच और साथी खिलाड़ियों का आभार व्यक्त करता हूं. आप सभी ने मेरे करियर में अहम भूमिका निभाई.'
टेस्ट टीम में भी चुने गए थे, लेकिन नहीं मिला था मौका
वनडे में पदार्पण करने से पहले उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला के लिए टेस्ट टीम में भी शामिल किया गया था, लेकिन उन्हें पदार्पण करने का मौका नहीं मिला. उन्होंने 2011 में सी के नायडू ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करके लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा था. इसके बाद उन्होंने 2015-16 में रणजी ट्रॉफी में बेहतरीन खेल दिखाया था और तब एक दोहरा शतक भी जड़ा था.
तीन IPL टीमों के लिए खेले
आईपीएल में वह पंजाब किंग्स, दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेले। वह 2022 में खिताब जीतने वाली गुजरात टाइटंस टीम का हिस्सा थे लेकिन तब उन्होंने कोई मैच नहीं खेला था. आईपीएल में उन्होंने 41 मैचों में 121 की स्ट्राइक रेट से 511 रन बनाए. पंजाब की तरफ से हाल में उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में एक मैच खेला था. भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब गुरकीरत विदेशी टी20 लीग में अपनी किस्मत आजमाने की कोशिश कर सकते हैं.