हैदराबाद शहर में एक मां और बेटी ने दो हथियारबंद लोगों से बहादुरी के साथ मुकाबला किया. आरोपी गुरुवार को दोपहर में उनके घर में लूटपाट करने के लिए घुसे थे. मां-बेटी को पुलिस ने सम्मानित किया है.
बताया जाता है कि 42 साल की अमिता मेहोत और उनकी बेटी घर पर थीं. दोपहर में दो बजे दरवाजे की घंटी बजी. घरेलू सहायिका ने दरवाजा खोला तो दो लोगों ने उससे कहा उन्हें एक पार्सल देना है. उसने उन्हें बाहर इंतजार करने के लिए कहा, लेकिन उनमें से एक सुशील ने बंदूक निकाली और उसके साथी प्रेमचंद ने घरेलू सहायिका के गले पर चाकू रख दिया.
इसके बाद वे दोनों जबरन घर के अंदर घुस गए. उन्होंने कहा कि सारा कीमती सामान उन्हें सौंप दिया जाए. हालांकि, उन्हें मां-बेटी की जोड़ी की हिम्मत का अंदाजा नहीं था. बहादुर मां-बेटी ने सुशील को लात मारी और मदद के लिए चिल्लाईं.
घटनास्थल के सीसीटीवी वीडियो में यह भी दिख रहा है कि दो महिलाएं भागने की कोशिश कर रहे दो लुटेरों में से एक को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं. प्रेमचंद को पड़ोसियों ने पकड़ लिया. सुशील भागने में कामयाब हो गया हालांकि उसे बाद में पकड़ लिया गया.
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने करीब एक साल पहले इस परिवार के लिए काम किया था. अमिता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है.
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) रोहिणी प्रियदर्शनी ने अमिता, उनकी बेटी और पति नवरतन को सम्मानित किया.