दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने विश्व पुस्तक मेले में शहीद भगत सिंह की जेल डायरी देखी

महापौर ने संविधान प्रदर्शनी का दौरा किया, हस्तलिखित संविधान की प्रति पढ़ी, कहा- शहीद-ए-आज़म भगत सिंह और बाबा साहब आंबेडकर के संरक्षित कार्यों को देखने का सौभाग्य मिला

विज्ञापन
Read Time: 14 mins
मेयर डॉ शैली ओबेरॉय 5वें ईके नयानार मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं.
नई दिल्ली:

दिल्ली नगर निगम (MCD) की मेयर डॉ शैली ओबेरॉय ने रविवार को विश्व पुस्तक मेला का दौरा किया. महापौर ने मेले में विभिन्न प्रदर्शनियों और प्रदर्शित साहित्य का अवलोकन किया. इस दौरान डॉ ओबेरॉय ने शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की जेल डायरी भी देखी. शहीद भगत सिंह के संघर्ष का संदेश सभी लोगों तक पहुंचाने के लिए 100 साल पुरानी जेल डायरी को प्रदर्शित किया गया है. महापौर ने संविधान प्रदर्शनी का भी दौरा किया और हस्तलिखित संविधान प्रति को पढ़ा.

इस अवसर पर‌ डॉ शैली ओबेरॉय ने कहा कि शहीद-ए-आज़म भगत सिंह और बाबा साहब आंबेडकर के संरक्षित कार्यों को इतने करीब से देखना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. शहीद-ए-आज़म भगत सिंह और बाबा साहब के कार्य लाखों लोगों को समाज के लिए काम करने के लिए प्रेरित करते हैं.

खेल गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल वातावरण बनाने का लक्ष्य

इसके अलावा मेयर डॉ शैली ओबेरॉय 5वें ईके नयानार मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं. इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली में खेलों को बढ़ावा देने के लिए आंबेडकर स्टेडियम में जनसंस्कृति फाउंडेशन द्वारा किया गया था.

Advertisement

कार्यक्रम में मेयर ने सभी युवा एथलीटों से मुलाकात की और उनके करियर को लेकर सफलता की कामना की. उन्होंने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की पहल, समय की मांग है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार खेल को एक अनुशासन के रूप में बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है. केजरीवाल सरकार ने विशेष शिक्षा के माध्यम से खेल को जीवन का हिस्सा बनाने के उद्देश्य से दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी विकसित की है. एमसीडी में भी हमने उसी रास्ते पर चलने का निर्णय लिया है. खेल गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल वातावरण बनाने का लक्ष्य है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
UP Madrasa Act: SC ने इलाहाबाद हाइकोर्ट का फैसला रद्द किया,17 लाख छात्रों को नहीं बदलने होंगे स्कूल