दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सोमवार को अधिकारियों को क्लस्टर आधारित जीनोम सीक्वेंसिंग जांच करने का सोमवार को निर्देश दिया. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप के बारे में चर्चा की. सूत्रों ने यह जानकारी दी. मीडिया में आई खबरों में कोशकीय और आणविक जीवविज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) के एक अध्ययन के हवाले से दावा किया गया है कि देश में कोरोना वायरस के 7569 परिवर्तित प्रकार हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उपराज्यपाल ने डीडीएमए की बैठक में कहा कि हाल में पहचाने गए वायरस के भारतीय स्वरूप कथित रूप से " बहुत संक्रामक" हैं और विशेषज्ञ इसे चिंता के मुख्य कारण के तौर पर देख रहे हैं.
सूत्रों ने बताया, "नए स्वरूपों से निपटने के लिए, (दिल्ली) सरकार दिल्ली में क्लस्टर आधारित जीनोम सीक्वेंसिंग जांच करेगी. आने वाले दिनों में जांच करना, पता लगाना और पृथक करने जैसे कार्यों में तेजी लाई जाएगी."
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