कोरोनावायरस महामारी के चलते देशभर के स्कूल मार्च के महीने से ही बंद थे. हालांकि, अब धीरे-धीरे कुछ राज्यों में आंशिक रूप से सीनियर क्लास के छात्रों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं. एक सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम 69 फीसदी अभिभावक नए सत्र की शुरुआत होने पर अप्रैल में फिर से स्कूल खुलने के पक्ष में हैं. इस सर्वे में देशभर के 19 हज़ार से अधिक अभिभावकों का इंटरव्यू लिया गया. सर्वे में यह भी सामने आया है कि अगर अप्रैल तक कोविड-19 वैक्सीन आती है तो सिर्फ 26 प्रतिशत अभिभावक ही अपने बच्चों को वैक्सीन प्राप्त करने की मंजूरी देते हैं.
ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म लोकलसर्कल्स द्वारा आयोजित सर्वे में कहा गया, "69 फीसदी अभिभावकों ने वर्तमान में कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए कहा की भारत में स्कूलों को अप्रैल 2021 या फिर इसके बाद से शुरू करना चाहिए, जब अगला शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाए, क्योंकि फिलहाल अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं. वहीं, सिर्फ 23 फीसदी अभिभावकों ने ही कहा कि स्कूल जनवरी से शुरू होने चाहिए."
आगे कहा गया, "केवल 26 प्रतिशत भारतीय माता-पिता अपने बच्चों को COVID-19 वैक्सीन प्राप्त करने की मंजूरी देते हैं, अगर वैक्सीन अप्रैल 2021 तक या स्कूल सत्र से पहले उपलब्ध कराई जाती है. इसके अलावा, 56 प्रतिशत माता-पिता ने कहा कि वे तीन महीने या उससे अधिक समय तक प्रतीक्षा करेंगे और फिर डेटा या निष्कर्षों के आधार पर विचार करेंगे."
बता दें कि COVID-19 महामारी को रोकने के लिए देश भर के स्कूलों को पिछले साल मार्च में बंद कर दिया गया था और 15 अक्टूबर से कुछ राज्यों में आंशिक रूप से स्कूलों को फिर से खोला जा रहा है. हालांकि, कुछ राज्यों ने कोरोनोवायरस के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्कूलों को फिलहाल बंद रखने का फैसला किया है.
बिहार, असम, केरल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और सिक्किम उन राज्यों में से हैं, जिन्होंने इस महीने से कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल फिर से खोल दिए हैं. वहीं, दिल्ली ने पहले ही घोषणा कर दी है कि राष्ट्रीय राजधानी में स्कूल तब तक फिर से नहीं खुलेंगे जब तक कि बीमारी के लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं होती है.