Pariksha Pe Charcha 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वार्षिक कार्यक्रम 'परीक्षा पे चर्चा' के दौरान छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ ठेरो बातचीत की. इस बातचीत के दौरान उन्होंने माता-पिता को बच्चों पर मार्क्स को लेकर अनावश्यक दबाव न डालने की सलाह दी. बच्चों को नकल नहीं करने की सलाह देने के साथ ही हार्ड वर्क और स्मार्ट वर्क के बीच संतुलन बनाए रखने के टिप्स भी दिएं.
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं माता-पिता से आग्रह करता हूं कि वे अपने बच्चों पर दबाव न डालें. लेकिन साथ ही, छात्रों को भी अपनी क्षमताओं को कम नहीं आंकना चाहिए." उन्होंने कहा, "परिवार के सदस्यों की बहुत सारी उम्मीदें होना बहुत स्वाभाविक है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन अगर सामाजिक स्थिति के कारण परिवार के सदस्यों को ये उम्मीदें हैं तो यह चिंता का विषय है."
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चर्चा के दौरान एक छात्र ने पीएम मोदी से स्मार्ट वर्क और हार्ड वर्क पर सवाल किया. छात्र ने पूछा, "क्या ज्यादा जरूरी है? स्मार्ट वर्क या हार्ड वर्क?" प्रधानमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा, "कुछ लोग स्मार्ट वर्क करते हैं, तो कुछ लोग हार्ड वर्क करते हैं. वहीं कुछ लोग स्मार्टली हार्ड वर्क करते हैं. उन्होंने कहा कि हमें इन पहलुओं की बारीकियों को सीखना चाहिए और बेहतर रिजल्ट के लिए उसकी के अनुसार काम करना चाहिए.
हार्ड वर्क और स्मार्ट वर्क को समझाते हुए पीएम मोदी नो बच्चों को 'द थर्स्टी क्रो' कहानी भी सुनाई. उन्होंने कहा कि आप सबने उस प्यासे कौवे की कहानी सुनी होगी, जो मटके में कम पानी होने पर कंकड डाल कर उसे भरता है, जिससे पानी ऊपर आ जाती है और वह पानी पीकर अपनी प्यास बुझा लेता है. तो क्या यह उसका हार्ड वर्क था या उसका स्मार्ट वर्क. पीएम मोदी ने कहा, कुछ लोग हार्डली स्मार्टवर्क करते हैं तो कुछ लोग स्मार्टली हार्डवर्क. कौवे ने हमें यही सीखाया है. उन्होंने इस सवाल के जबाव उन्होंने एक और कहानी सुनाई. उन्होंने एक मैकेनिक की कहानी सुनाई.
बता दें कि परीक्षा पे चर्चा का यह छठा सीजन है. इस आयोजन नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आज सुबह 11 बजे किया गया.
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