Republic Day 2021: 26 जनवरी को लागू हुआ था देश का संविधान, जानिए गणतंत्र दिवस से जुड़ी अहम बातें

Happy Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस (Republic Day) हर साल 26 जनवरी (26 January) को देशभर में बड़ी धूम से मनाया जाता है, क्योंकि 26 जनवरी 1950 को सुबह 10.18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया था.

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Happy Republic Day 2021: 26 जनवरी को लागू हुआ था संविधान.
नई दिल्ली:

Happy Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस (Republic Day) हर साल 26 जनवरी (26 January) को देशभर में बड़ी धूम से मनाया जाता है, क्योंकि 26 जनवरी 1950 के दिन ही सुबह 10.18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया था. इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के साथ देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर परेड होती है. गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति राष्ट्र ध्वज (National Flag) फहराते हैं और 21 तोपों की सलामी दी जाती है. गणतंत्र दिवस (Republic Day) की भव्य परेड में भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट, वायुसेना, नौसेना आदि सभी भाग लेते हैं. इसके साथ ही परेड में झांकियां निकाली जाती हैं.

वहीं, इस साल भारत के 72वें गणतंत्र दिवस की परेड में 18वीं बार नजर आएगा 61 ‘घुड़सवार रेजिमेंट' का खास घोड़ा ‘रियो', जो चार साल की उम्र से परेड में हिस्सा ले रहा है.  कैप्टन दीपांशु श्योराण ने बताया कि भारत में जन्मे हनोवरियन नस्ल के इस घोड़े की उम्र 22 साल है और वह चार साल की उम्र से परेड में हिस्सा ले रहा है. इस साल, तीसरी बार वह दुनिया के एकमात्र सेवारत घुड़सवार रेजिमेंट के दल का नेतृत्व करेगा.

26 जनवरी 1950 को कैसे लागू हुआ संविधान?
डॉ० भीमराव आंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि  संविधान  सभा के प्रमुख सदस्य थे. संविधान निर्माण में कुल 22 समितीयां थीं, जिसमें प्रारूप समिति (ड्राफ्टींग कमेटी) सबसे प्रमुख और महत्त्वपूर्ण समिति थी और इस समिति का कार्य संपूर्ण 'संविधान लिखना' या 'निर्माण करना' था. प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर थे. प्रारूप समिति ने और उसमें विशेष रूप से डॉ. आंबेडकर ने 2 साल, 11 महीने और 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया और संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान सुपूर्द किया. 

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अनेक सुधारों और बदलावों के बाद सभा के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को संविधान की दो हस्तलिखित कॉपियों पर हस्ताक्षर किए. इसके दो दिन बाद संविधान 26 जनवरी को देश भर में लागू हो गया. 26 जनवरी का महत्व बनाए रखने के लिए इसी दिन संविधान निर्मात्री सभा (कांस्टीट्यूएंट असेंबली) द्वारा स्वीकृत संविधान में भारत के गणतंत्र स्वरूप को मान्यता प्रदान की गई. इसलिए 26 जनवरी को हर साल गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. साल 1950 में 26 जनवरी की सुबह 10.18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया था.

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गणतंत्र दिवस से जुडे़ महत्वपूर्ण तथ्य 
1. गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर परेड (Republic Day Parade) आयोजित होती है. यह परेड आठ किलोमीटर की होती है और इसकी शुरुआत रायसीना हिल से होती है. उसके बाद राजपथ, इंडिया गेट से होते हुए ये लाल किले पर समाप्‍त होती है. 

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2. 26 जनवरी, 1950 को पहली गणतंत्र दिवस परेड, राजपथ के बजाय तत्‍कालीन इर्विन स्‍टेडियम (अब नेशनल स्‍टेडियम) में हुई थी. उस वक्‍त इर्विन स्‍टेडियम के चारों तरफ चारदीवारी नहीं थी और उसके पीछे लाल किला साफ नजर आता था. 

3. पूर्ण स्वराज दिवस (26 जनवरी 1930) को ध्यान में रखते हुए भारत के संविधान को 26 जनवरी को लागू किया गया था.

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4. राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी दी जाती है. 21 तोपों की ये सलामी राष्ट्रगान की शुरूआत से शुरू होती है और 52 सेकेंड के राष्ट्रगान के खत्म होने के साथ पूरी हो जाती है.

5. गणतंत्र दिवस की भव्य परेड देश की एकता अखंडता सांस्कृतिक विविधता और सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए आयोजित की जाती है. 

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