Republic Day 2022 : देश में गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. इस साल देश 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. हम सभी को कल इंडिया गेट पर राष्ट्रपति द्वारा झंड़े फहराने, परेड़ और झांकियों का इंतेजार है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस. क्या आप भी इन तिथियों को लेकर कंफ्यूज रहते हैं तो आइये जानते है इसके बारे में-
गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या है अंतर
गणतंत्र दिवस (Republic Day)
भारत में तीन राष्ट्रीय पर्व मनाए जाते हैं. पहला 26 जनवरी को, दूसरा 15 अगस्त और तीसरा 2 अक्टूबर को. साल के पहले महीने यानी 26 जनवरी से देश के राष्ट्रीय पर्व की शुरुआत होती है. भारत की आजादी के पूरे 2 साल 11 महीने और 18 दिन बाद देश का संविधान बन कर तैयार हुआ था. 26 नवंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने भारत का संविधान स्वीकार किया था. इसके बाद 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू किया गया और भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया. यही वजह है कि हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है.
पहली बार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को मनाया गया था. इस दिन डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. इस दिन वे बग्गी पर बैठकर राष्ट्रपित भवन से निकले थे और भारतीय सेना की सलामी ली थी.
स्वतंत्रता दिवस (Independent Day)
भारत का स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है. इस दिन को हम राष्ट्रीय पर्व के तौर पर भी मनाते हैं. सन् 1947 में इसी दिन भारत के लोगों को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी. प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हैं. 15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंड़ित जवाहर लाल नेहरू ने, दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर, भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया था.
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