CBSE का साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजन करने से इनकार, क्या है इसकी सच्चाई, बोर्ड ने जारी किया बयान 

CBSE Board Exam: साल में दो बार बोर्ड परीक्षाओं से इनकार की वारयल होती खबरों का सीबीएसई बोर्ड ने खंडन किया है. बोर्ड ने कहा कि ये खबरें पूरी तरह से गलत है. बोर्ड ने एक्स पर कही अपनी बात...

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नई दिल्ली:

CBSE Board Exam Twice A Year Viral News: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की साल 2024 की बोर्ड परीक्षाएं हो चुकी हैं और उनका रिजल्ट भी घोषित कर दिया है. फिलहाल सीबीएसई बोर्ड सप्लीमेंट्री बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुटा है. इसी बीच सीबीएसई की एक खबर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सीबीएसई बोर्ड ने साल में दो बार बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन से इनकार कर दिया है. सीबीएसई ने कहा कि वर्तमान शैक्षणिक कार्यक्रम के तहत कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है. इस मामले में सीबीएसई ने बयान जारी कर इन खबरों का खंडन किया है. बोर्ड ने अपने एक्स हैंडल पर कहा कि वायरल हो रही इस खबर का कोई आधार नहीं है. यह पूरी तरह गलत है. मंत्रालय और सीबीएसई के बीच किए गए किसी भी संचार में इसका कोई आधार नहीं है.

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बोर्ड ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर अपनी लेटेस्ट पोस्ट में कहा,''हिंदुस्तान टाइम्स - दिल्ली संस्करण दिनांक 30/06/2024 में प्रकाशित समाचार लेख के संदर्भ में है, जिसका शीर्षक है - 'बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित नहीं की जा सकतीं: सीबीएसई' (फरीहा इफ्तिखार). कुछ अन्य समाचार माध्यमों ने भी इसी तरह की खबर को कवर किया है. इस मामले में सीबीएसई के विचारों के संबंध में इस समाचार में लगाए गए आरोप को नकारा जाता है. यह पूरी तरह से गलत है और मंत्रालय और सीबीएसई के बीच किए गए किसी भी संचार में इसका कोई आधार नहीं है.''

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मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा था कि पिछले दिनों सीबीएसई ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2023 पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्रालय के समक्ष वर्तमान परिदृश्य प्रस्तुत किया था. इस कार्यक्रम में सीबीएसई बोर्ड से एफिलेटेड स्कूलों के सैकड़ों प्रधानाचार्यों ने भाग लिया था. सीबीएसई ने कहा कि मौजूदा व्यवस्था में सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए उसे 150 से ज्यादा स्टेप से गुजरना होता है. इसमें स्टूडेंट की लिस्ट भरने से, सेंट्रर नोटिफिकेशन, रोल नंबर जरी करना, प्रैक्टिकल परीक्षा का आयोजन, थ्योरी परीक्षा का आयोजन, रिजल्ट की घोषणा, रिजल्ट का वेरिफिकेशन और रीवैल्यूशन शामिल है. इस प्रक्रिया में कम से कम 310 दिन लगते हैं. बोर्ड ने कहा कि दोनों परीक्षा आयोजित करने के लिए उसे कम से कम 55 दिन चाहिए. बोर्ड ने कहा कि उसके स्कूल दुनिया भर में फैले हुए हैं और इसलिए मौजूदा व्यवस्था और नीतियों में दो शिफ्ट में बोर्ड परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है.

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क्या है मामला 

बता दें कि पिछले साल अगस्त में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के अनुरूप जारी राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2023 (National Curriculum Framework 2023) में सिफारिश की गई है कि छात्रों को किसी भी स्कूल वर्ष के दौरान कम से कम दो बार बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति दी जानी चाहिए, जिसमें केवल सर्वोत्तम अंक ही रखे जाएंगे. शिक्षा मंत्रालय ने सीबीएसई बोर्ड को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए रोडमैप तैयार करने को कहा था. वहीं शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने फरवरी में छत्तीसगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजन करने की इस योजना को वैकल्पिक आधार पर 2025-26 शैक्षणिक वर्ष से लागू किए जाने की बात कही थी.

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