CBSE Class 11th, 12th New Exam Pattern: एक तरह सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं 2024 खत्म हो चुकी हैं और छात्र सीबीएसई रिजल्ट 2024 का इंतजार कर रहे हैं. वहीं सीबीएसई बोर्ड 2024-25 शैक्षणिक सत्र 1 अप्रैल से शुरू हो गया है. इसी बीच सीबीएसई बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लिया है. वह यह कि 2024-25 सत्र में कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों को नए एग्जाम पैटर्न से पढ़ाई करनी होगी. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सीबीएसई कक्षा 11वीं और 12वीं के एग्जाम पैटर्न में फिर बदलाव किए हैं. सीबीएसई ने परीक्षा पैटर्न में कॉम्पिटेंसी बेस्ड प्रश्नों को जोड़ने की घोषणा की है. सीबीएसई बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान सत्र यानी 2024-25 में सीबीएसई कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए कॉम्पिटेंसी बेस्ड प्रश्नों का प्रतिशत अधिक होगा. छात्रों की एबिलिटी को जांचने के लिए कॉम्पिटेंसी बेस्ड प्रश्न होंगे. ऐसा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए किया जा रहा है.
सीबीएसई 11वीं, 12वीं में कॉम्पिटेंसी बेस्ड प्रश्नों का प्रतिशत, जैसे मल्टीपल चॉइस क्यूश्चन (MCQs), केस-बेस्ड क्यूश्चन और सोर्स बेस्ड क्यूश्चन 40% से बढ़कर 50% कर दिए जाएंगे. अभी तक 11वीं, 12वीं की परीक्षाओं में 40 प्रतिशत प्रश्न कॉन्सेप्ट बेस्ड पूछे जाते थे. परीक्षा में आने वाले लॉन्ग आंसर और शॉर्ट आंसर प्रश्नों को कम किया जाएगा. पेपर में 40 प्रतिशत लॉन्ग आंसर और शॉर्ट आंसर वाले प्रश्न आते थे जिन्हें अब घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया है.
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एनईपी 2020 के उद्देश्य
सीबीएसई एकेडमिक के निदेशक, जोसेफ इमैनुएल ने एनईपी 2020 में उल्लिखित स्कूलों में कॉम्पिटेंसी बेस्ड एजुकेशन (CBE) को लागू करने के लिए बोर्ड की प्रतिबद्धता की घोषणा की. उन्होंने कहा कि बोर्ड ने ऐसा छात्रों की रटने की आदतों को कम करके 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए छात्रों की रचनात्मक, आलोचनात्मक और सिस्टम सोच क्षमताओं को विकसित करना है. वहीं बोर्ड ने कक्षा 9वीं और 10वीं के परीक्षा पैटर्न में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है.