बिहार सरकार का फैसला, बिना परीक्षा के पहली से 8वीं तक के छात्रों को करेंगे प्रमोट

बिहार के शिक्षा विभाग ने बिना परीक्षा के कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को प्रमोट करने का फैसला किया है. ये फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि कोरोना वायरस के कारण लंबे समय से सरकारी स्कूल बंद थे, जिसके कारण छात्रों को शैक्षणिक नुकसान हुआ है.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
नई दिल्ली:

बिहार के शिक्षा विभाग ने बिना परीक्षा के कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को प्रमोट करने का फैसला किया है. ये फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि कोरोना वायरस के कारण लंबे समय से सरकारी स्कूल बंद थे, जिसके कारण छात्रों को शैक्षणिक नुकसान हुआ है.

विभाग के अनुसार, राज्य भर के सभी सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक लगभग 1.66 करोड़ छात्र नामांकित हैं. प्रमुख सचिव संजय कुमार ने कहा, “हमने अकादमिक नुकसान की भरपाई के लिए तीन महीने के लिए कैच-अप कक्षाएं आयोजित करने का फैसला किया है. छात्रों को वर्तमान पाठ्यक्रम के मौलिक विषय पढ़ाए जाएंगे ताकि वे अगली कक्षा में पढ़ते समय किसी भी कठिनाई का सामना न करें. ”

उन्होंने कहा, ''पिछले हफ्ते प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के साथ हमारी बातचीत हुई थी. ब्रिज कोर्स से उन छात्रों को विशेष रूप से लाभ होगा जो टेलीविजन, स्मार्टफोन और इंटरनेट सुविधा की कमी के कारण ऑनलाइन कक्षाओं में भाग नहीं ले सकते थे. कैच-अप कक्षाएं मार्च के मध्य में शुरू होने की संभावना है. ”

इस बीच, विभाग 26 फरवरी से 3 मार्च तक 9 वीं कक्षा में नामांकित 13.17 लाख से अधिक छात्रों के लिए वार्षिक परीक्षा आयोजित करने के लिए तैयार है.

“हमने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को परीक्षा आयोजित करने के लिए 24 फरवरी तक नवीनतम ओएमआर शीट खरीदने के लिए कहा है. बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि छात्र 4 मार्च से प्रैक्टिकल परीक्षा देंगे.

पिछले साल अप्रैल में, शिक्षा विभाग ने कोविड -19 ट्रिगर स्कूल बंद होने के कारण अंतिम परीक्षा आयोजित किए बिना कक्षा 1 से 9 और 11 वीं कक्षा के छात्रों को प्रमोट किया था.

Advertisement

Featured Video Of The Day
Pakistan Terror Attack: पाकिस्तान में बड़ा आतंकी हमला, कुर्रम में बरसाई गोलियां, 8 की मौत | BREAKING
Topics mentioned in this article