वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) का कहना है कि चीन इस साल के आखिर तक भारत को पछाड़ते हुए सोने का सबसे बड़ा आयातक बन सकता है।
डब्ल्यूजीसी का कहना है कि जुलाई-सितंबर की तिमाही में जहां भारत में सोने की मांग बढ़ी वहीं चीन में इसमें नरमी का रख रहा। हालांकि चौथी तिमाही में दोनों देशों में सोने की भारी मांग है और हमारा मानना है कि कड़े मुकाबले में चीन, भारत से थोड़ा आगे रहेगा।
डब्ल्यूजीसी के प्रबंध निदेशक (निवेश) मारकस गरूब ने कहा, लेकिन यह अंतर बहुत ही करीबी 50 टन तक रहने की संभावना है। जुलाई-सितंबर की तिमाही में भारत में घरेलू मांग में तेजी आई। डब्ल्यूजीसी के अनुसार यह तेजी दिवाली तथा आगामी शादी ब्याह सीजन के मद्देनजर की गई खरीदारी के कारण देखने को मिली।
डब्ल्यूजीसी की रपट 'गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स' के अनुसार तीसरी तिमाही में सोने की वैश्विक मांग 11 प्रतिशत घटकर 1,084.6 टन रही जो 2011 की तीसरी तिमाही में 1.233.5 टन थी।