रुपया लगातार गिरावट बरकरार रखते हुए शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले और 24 पैसे टूटकर 65.34 के स्तर पर पहुंच गया। यह सितंबर, 2013 के बाद अब तक का न्यूनतम स्तर है।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि आयातकों तथा बैंकों की ओर से डॉलर की मांग बरकरार रहने और चीनी युआन के अवमूल्यन के कारण रुपये पर दबाव बना।
चीन द्वारा युआन के और अवमूल्यन के मद्देनजर रुपया गुरुवार के कारोबार में 32 पैसे टूटकर 65.10 पर बंद हुआ। चीन के केंद्रीय बैंक द्वारा युआन की विनिमय दर घटाने की कोशिश बरकरार रखने के बीच पिछले सात दिनों में रुपये में 136 पैसे या 2.13 प्रतिशत टूटा।