अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद को झटका लगा है। अक्टूबर में विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन तथा पूंजीगत एवं उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादन में गिरावट के साथ कुल औद्योगिक उत्पादन में 4.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
पिछले दो साल में औद्यागिक उत्पादन की यह सबसे तेज गिरावट है। पिछले साल इसी महीने में 1.2 प्रतिशत की गिरावट हुई थी। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के अनुसार अप्रैल-अक्टूबर के दौरान औद्योगिक उत्पादन 1.9 प्रतिशत बढ़ा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में इसमें 0.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
सूचकांक में 75 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखने वाला विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में अक्टूबर में 7.6 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी महीने में इसमें 1.3 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान क्षेत्र में 0.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में इसमें 0.1 प्रतिशत का संकुचन हुआ था।
पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन अक्टूबर में 2.3 प्रतिशत घटा, जबकि पिछले साल इसी महीने इसमें 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन में 4.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि इससे पूर्व वर्ष की इसी अवधि में 0.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी। संशोधित आंकड़ों में सितंबर की औद्योगिक वृद्धि 2.8 प्रतिशत कर दी गई है, जबकि पिछले महीने जारी अस्थायी अनुमान में यह 2.5 प्रतिशत बताई गई थी।