सरकार की देशभर में एक लाख किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे 200 करोड़ पेड़ लगाने की योजना है। इसका मकसद पर्यावरण संरक्षण के साथ बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है।
सड़क परिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी और ग्रामीण विकास मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, देश में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई एक लाख किलोमीटर है। मैंने अधिकारियों से राजमार्ग के किनारे 200 करोड़ पेड़ लगाने के लिए योजना तैयार करने को कहा है। इससे एक तरफ जहां बेरोजगारों के लिये रोजगार पैदा होंगे, साथ ही दूसरी तरफ पर्यावरण की सुरक्षा हो सकेगी। ‘नदियों का पुनरूद्धार’ विषय पर आयोजित एक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए गडकरी ने कहा कि इसी प्रकार की योजना महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत गांव, जिले तथा राज्य राजमार्गों के किनारे इसी प्रकार की योजना चलायी जा सकती है। इसके जरिये 30 लाख युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है।
गडकरी ने कहा कि ग्राम पंचायतों को विश्वास में लिया जाएगा और बेरोजगार युवाओं को 50-50 पेड़ दिए जा सकते हैं, जिसके उत्पाद उनकी आजीविका का आधार हो सकते हैं।
उन्होंने जल संरक्षण की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि समुद्र में जाने वाले 60 प्रतिशत वर्षा जल में से अगर 15 प्रतिशत का भी संरक्षण हो तो पानी की किल्लत दूर हो सकती है और यह जल लोगों के पीने के पानी तथा सिंचाई में काम आ सकता है।
गडकरी ने कहा कि जैव ईंधन को बढ़ावा देकर पेट्रोल, डीजल तथा गैस के आयात पर 6 लाख करोड़ रुपये बचाने को लेकर भी उपाय किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनका विभाग अन्य विभागों के साथ मिलकर गंगा और यमुना की सफाई तथा देश में पर्यावरण अनुकूल तथा माल ढुलाई तथा यात्री परिवहन के लिये जलमार्ग के विकास की रूपरेखा तैयार कर रहा है।