औद्योगिक उत्पादन में अक्टूबर के दौरान एक वर्ष पूर्व इसी माह की तुलना में 1.8 प्रतिशत की कमी आई। विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के कारण यह गिरावट आई है। इससे पहले, तीन महीने औद्योगिक उत्पादन सालाना आधार पर ऊंचा चल रहा था।
इस बीच, संशोधित आंकड़ों में सितंबर की आईआईपी वृद्धि दर को 1.96 प्रतिशत कर दिया गया है, जबकि प्रारंभिक आंकड़ों के आधार पर इसे 2 प्रतिशत बताया गया था। इससे पहले, जून महीने में औद्योगिक उत्पादन में संकुचन हुआ था, जबकि आईआईपी में 1.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस वित्तवर्ष में अप्रैल-अक्टूबर (पहले सात माह) के दौरान औद्योगिक उत्पादन स्थिर रहा, जबकि इससे पूर्व वित्तवर्ष 2012-13 की इसी अवधि में इसमें 1.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। सूचकांक में 75 प्रतिशत से अधिक भारांश रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन इस बार अक्टूबर में 2 प्रतिशत नीचे रहा, जबकि एक वर्ष इसी महीने इसमें 9.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
इस वित्तवर्ष के पहले सात महीनों अप्रैल-अक्टूबर के दौरान इस क्षेत्र के उत्पादन में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में इसमें 1.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। आईआईपी में 14 प्रतिशत भारांश रखने वाला खनन क्षेत्र में अक्टूबर के दौरान 3.5 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि पिछले वर्ष के इसी महीने में इसमें 0.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
अप्रैल-अक्टूबर के दौरान उत्पादन में 2.7 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि पिछले वित्तवर्ष की इसी अवधि में इसमें एक प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी। हालांकि बिजली उत्पादन में आलोच्य महीने के दौरान 1.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जबकि एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में इसमें 5.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान बिजली उत्पादन में 5.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि इससे पूर्व वित्तवर्ष की इसी अवधि में इसमें 4.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
विनिर्माण क्षेत्र के 22 औद्योगिक समूहों में से 10 में इस साल अक्टूबर के दौरान नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई। पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन में आलोच्य माह के दौरान 2.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी माह में इसमें 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। वित्तवर्ष 2013-14 में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान इस क्षेत्र में 0.2 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि इससे पूर्व वित्तवर्ष की इसी अवधि में इसमें 11.6 प्रतिशत का संकुचन दर्ज किया गया था।
टिकाऊ उपभोक्ता सामान क्षेत्र में अक्टूबर के दौरान 12 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में इसमें 16.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। उपभोकता गैर-टिकाऊ क्षेत्र में वृद्धि दर अक्टूबर में 1.8 प्रतिशत रही, जबकि इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में इसमें 11.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान क्षेत्र की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही, जो इससे पूर्व वित्तवर्ष की इसी अवधि में 2.8 प्रतिशत थी। कुल मिलाकर उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन इस साल अक्टूबर में 5.1 प्रतिशत घटा, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी महीने में इसमें 13.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।