एकबारगी अनुपालन सुविधा के तहत काले धन की घोषणा करने का शुक्रवार अंतिम दिन था तथा और देश भर में आयकर कार्यालयों में ऐसी घोषणा करने के इच्छुकों की 'भीड़' रही. सीबीडीटी ने संकेत दिया है कि इस योजना के तहत संग्रह बहुत अच्छा रहा है और यह 40,000-50,000 करोड़ रुपये को भी छू सकता है.
यहां वित्त मंत्रालय स्थित सीबीडीटी में आने वाली रपटों के अनुसार देश भर में सुबह से ही 'व्यक्तिगत व ऑनलाइन' घोषणा करने वालों की बड़ी संख्या है. योजना की अवधि मध्यरात्रि को समाप्त होगी और तब तक संग्रह काफी अधिक हो सकती है. राष्ट्रीय राजधानी में भी आयकर विभाग के दो प्रमुख कार्यालयों - आईटीओ पर केंद्रीय राजस्व भवन तथा कनाट प्लेस के पास सिविक सेंटर- में लोगों को आईडीएस के तहत घोषणा के लिए विशेष काउंटरों की ओर जाते देखा गया.
यहां आयकर विभाग के एक कार्यालय में कर वकीलों व चार्टर्डड एकाउंटेंटों को अपने मुवक्किल की ओर से घोषणा पत्र भरते हुए देखा गया लेकिन उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "अधिकतम घोषणाएं आ रही हैं और ये ऑनलाइन माध्यम से आएंगी क्योंकि इसमे गोपनीयता सुनिश्चित रहती है.
हालांकि विभाग कोई कमी नहीं रखना चाहता इसलिए काउंटर शुक्रवार को मध्यरात्रि तक खुले रहेंगे." वित्त मंत्रालय में शीर्ष सूत्रों ने कहा कि योजना 'बहुत सफल' रही है और इसके परिणाम अपेक्षाओं से कहीं अच्छे व तय लक्ष्यों से ज्यादा रहने की उम्मीद है.
इस योजना के तहत संग्रहण के बारे में आधिकारिक रूप से कोई बयान नहीं आया है लेकिन अधिकारियों का मानना है कि यह आंकड़ा 40,000-50000 करोड़ रुपये को छू जाएगा. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री अरूण जेटली कल आईडीएस के परिणामों की घोषणा के लिए संवाददाता सम्मेलन करेंगे.
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