सरकारी बैंकों की कर्मचारी यूनियनों ने वेतन वृद्धि की मांग को लेकर आज हड़ताल करने का ऐलान किया है, जिससे इन बैंकों में चेक समाशोधन जैसे सामान्य बैंकिंग कामकाज के प्रभावित होने के आसार हैं।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के संयोजक एमवी मुरली ने बताया, इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) के साथ बातचीत विफल होने से कर्मचारियों के पास हड़ताल पर जाने के अलावा कोई चारा नहीं रह गया है। नेशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स के महासचिव अश्विनी राणा ने कहा, हमने अपनी मांग (वेतन वृद्धि की) 25 प्रतिशत से घटाकर 23 प्रतिशत कर दी है, लेकिन आईबीए कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है। वह 11 प्रतिशत की अपनी पूर्व की पेशकश पर अड़ा है, जो कि पर्याप्त नहीं है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई सहित बैंकों ने अपने ग्राहकों को होने वाली असुविधा के बारे में पहले ही सूचित कर दिया है।
एसबीआई ने एक बयान में कहा, यूएफबीयू ने 12 नवंबर को देशव्यापी हड़ताल के आह्वान की सूचना आईबीए को दे दी है और ऑल इंडिया स्टेट बैंक ऑफिसर्स फेडरेशन व ऑल इंडिया स्टेट बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ फेडरेशन, यूएफबीयू का हिस्सा होने के नाते हड़ताल में भाग ले रहे हैं। इस बीच, जयपुर में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के संयोजक महेश मिश्रा ने कहा कि भारतीय बैंक संघ के अड़ियल रवैये के कारण वेतन समझौते पर सहमति नहीं बनने पर राजस्थान की साढ़े चार हजार बैंक शाखाओं में कार्यरत करीब तीस हजार से अधिक बैंककर्मी हड़ताल में शामिल होंगे।