अब बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) के एटीएम से वे लोग भी पैसा निकाल सकेंगे, जिनका खाता उस बैंक में नहीं है। यह सेवा शुरू करने वाला बीओआई सार्वजनिक क्षेत्र का पहला बैंक बन गया है।
पिछले महीने रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा था कि जिन लोगों के पास बैंक खाता नहीं है, वे जल्दी ही एटीएम (ऑटोमेटेड टेलर मशींस) के जरिए बैंक खातों वाले व्यक्ति से धन प्राप्त कर सकेंगे।
बैंक ने ‘तत्काल धन अंतरण’ (आईएमटी) नाम से घरेलू प्रेषण सेवा शुरू की है। इसके तहत बिना कार्ड वाला व्यक्ति उन चुनिंदा एटीएम से पैसा निकाल सकेंगे, जिन्हें इन सुविधा के दायरे में लाया गया है।
आईएमटी के तहत ग्राहक धन प्राप्त करने वाले के मोबाइल नंबर का उपयोग कर बैंक के एटीएम के जरिये या खुदरा इंटरनेट बैंकिंग सुविधा का उपयोग कर धन भेज सकेंगे। प्राप्तकर्ता संबंधित बीओआई एटीएम से बिना डेबिट कार्ड के पैसा निकाल सकेंगे। प्राप्तकर्ता नकद निकासी के लिए आंशिक जानकारी मोबाइल फोन पर प्राप्त करेगा।
बीओआई के चेयरपर्सन और प्रबंध निदेशक वीआर अय्यर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘यह कदम रिजर्व बैंक के वित्तीय समावेषी लक्ष्य के अनुरूप है, जहां खाताधारक से एटीएम के जरिए उस व्यक्ति को भी धन मिल सकेगा, जिसका इस बैंक में खाता नहीं है’। अय्यर ने कहा कि कुछ एटीएम को आईटीएम युक्त बना दिया गया है, जबकि अन्य एटीएम को 20 दिन में इसके अनुरूप कर दिया जाएगा।
इस सुविधा के तहत लाभार्थी आईटीएमटी लेन-देन के जरिए मासिक आधार पर 25,000 रुपये तक निकाल सकता है, जबकि एक बार में 10,000 रुपये तक निकाला जा सकता है। धन भेजने वाले को आईएमटी शुल्क के रूप में 25 रुपये प्रति आईएमटी लेन-देन देना होगा।