Asia Cup Trophy: क्रिकेट की ट्रॉफियों का मुरादाबाद वाला कनेक्शन क्या है?

कह सकते हैं कि एशिया कप ट्रॉफी भारत के लिए 'देसी प्रॉडक्‍ट' है, जिसे देर-सबेर भारत ही आना है. जिस ट्रॉफी को पाकिस्‍तानी अधिकारी के हाथों लेने भारत ने इनकार किया, उसे भारत में ही तैयार किया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

एशिया कप के फाइनल मुकाबले में पाकिस्‍तान को 5 विकेट से हराने के बाद भारत ने ट्रॉफी अपने नाम कर ली है. कप्‍तान सूर्य कुमार यादव के धुरंधरों ने पूरे मुकाबले में 'अजेय' रहते हुए ये ट्रॉफी अपने नाम की. किसी भी देश के लिए ये बड़ी बात होती है कि किसी टूर्नामेंट में बिना एक भी मैच हारे वो ट्रॉफी जीत कर जाए. कुछ टीमें ICC चैंपियंस ट्रॉफी में भी ऐसा कमाल कर चुकी हैं. अंतरराष्‍ट्रीय टूर्नामेंट जीतने पर मिलने वाली ट्रॉफी की कहानी भी दिलचस्‍प रही है. इसकी खूबसूरती और डिजाइन की खूब चर्चा होती है. इसे बड़े ही जतन से डिजाइन और तैयार किया जाता है. कुछ कंपनियों को तो इसमें महारथ हासिल है. 

एक दिलचस्‍प बात ये है कि विजेता टीम हमेशा ऑरिजिनल ट्रॉफी नहीं ले जाती, बल्कि उसकी प्रतिकृति दी जाती है, जबकि असली ट्रॉफी आयोजक संस्था के पास सुरक्षित रहती है.

मुरादाबाद और क्रिकेट ट्रॉफियां

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि एशिया कप की ट्रॉफी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में बनाई गई है. एक रिपोर्ट ने मुरादाबाद के निजाम मेटल वर्क्स (Nizam Metal Works) को एशिया कप ट्रॉफी का मैन्‍युफैक्‍चरर बताया है. हालांकि यह बात सच नहीं है. मुराबाद में ट्रॉफियां बनती जरूर हैं, लेकिन मॉडल ट्रॉफी होती हैं. इस संबंध में NDTV ने मुरादाबाद स्थित कंपनी से बात की तो पता चला कि उनके यहां एशिया कप की ट्रॉफी नहीं बनाई गई है. निजाम मेटल के मालिक ने मुरादाबाद में ऐसी कोई ट्रॉफी बनाए जाने से इनकार किया है. हालांकि उन्होंने बताया कि एशिया कप जैसी ट्रॉफी के मॉडल उनके पास हैं और ये 10 साल पुराना मॉडल है.

कैसे तैयार की जाती है ट्रॉफी?

एशिया कप ट्रॉफी समेत ज्‍यादातर इंटरनेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट्स की ट्रॉफियां स्‍पेशल सिल्वर और गोल्ड वर्कशॉप्स में अनुभवी कारीगर ही बनाते हैं. ट्रॉफी का डिजाइन समय के साथ बदलती रही है. इन ट्रॉफियों के निर्माण में स्टर्लिंग सिल्वर, 24 कैरेट गोल्ड प्लेटिंग और हाथ से उकेरने जैसी पारंपरिक तकनीकें इस्तेमाल होती हैं. हर ट्रॉफी के लिए हाई क्‍वालिटी वाले मेटल्‍स का चयन किया जाता है, जिसके बाद डिजाइनिंग, मेटल स्पिनिंग, सोल्डरिंग, पॉलिशिंग और एंग्रेविंग जैसे प्रोसेस अपनाए जाते हैं.

ये कंपनियां बनाती हैं ट्रॉफियां

ICC चैंपियंस ट्रॉफी, क्रिकेट वर्ल्ड कप जैसी प्रमुख ट्रॉफियां लंदन की Thomas Lyte या Ottewill Silversmiths जैसी कंपनियां तैयार करती हैं. लंदन बेस्ड ये कंपनियां अपने वर्कशॉप्स में ट्रॉफी निर्माण की विशेषज्ञता रखते हैं. Thomas Lyte ने तो गोल्डन बैट, गोल्डन बॉल जैसे अन्‍य अवार्ड्स भी डिजाइन और तैयार किए हैं.

कंपनी की वेबसाइट thomaslyte.com के अनुसार, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का निर्माण थॉमस लाइटे, लंदन में होता है, जहां कस्टम डिजाइनिंग, हैंड-स्पिनिंग, पॉलिशिंग और डिटेल्ड एंग्रेविंग करके उसे तैयार किया जाता है. इसके डिजाइन में असली क्रिकेट बॉल सहित सिल्वर और गोल्ड का उपयोग किया जाता है.

आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप की ट्रॉफी Garrard & Co. ने भी बनाया है, जबकि मौजूदा समय में Ottewill Silversmiths (Ashford, UK) कंपनी इसे तैयार करती है. इन ट्रॉफियों के डिजाइन और निर्माण में ब्रिटिश ज्वैलर्स की टीम भी शामिल होती है, जो दो महीने के मेकिंग प्रोसेस के दौरान उन्हें फिनिशिंग देती है.

Advertisement

ये भी पढ़ें: 'पूरे करियर में नहीं देखा', पाक को फाइनल में रौंदने के बाद कप्तान सूर्या का एशिया कप ट्रॉफी को लेकर बड़ा बयान

Featured Video Of The Day
Naxal Maoism: 125 जिलों से 11 में सिमटा माओवाद, भारत में लाल आतंक पर फाइनल वार | Syed Suhail