टाटा सोलर, रिन्यू, अवाडा इलेक्ट्रो ने सरकार से चीनी पेशेवरों के लिए मांगा वीजा

भारत ने 2030 तक सूर्य की रोशनी और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय स्रोतों से 500 गीगावाट बिजली उत्पादन क्षमता स्थापित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:

टाटा पावर सोलर, रिन्यू फोटोवोल्टिक और अवाडा इलेक्ट्रो जैसी भारतीय सौर मॉड्यूल विनिर्माता कंपनियों ने चीनी इंजीनियर और तकनीशियन के लिए वीजा आवेदन को मंजूरी देने के लिए सरकार से संपर्क किया है. मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने बताया कि जनवरी से अभी तक तीन कंपनियों ने अपने सौर मॉड्यूल विनिर्माण में सहायता के लिए चीन के 36 पेशेवरों के लिए ‘बिजनेस वीजा' दिलाने के लिए सरकार से सहायता मांगी है.

उन्होंने बताया कि टाटा पावर सोलर लिमिटेड ने 2024 में चीनी इंजीनियर द्वारा दायर 20 वीजा आवेदनों के लिए मंजूरी मांगी, रिन्यू पावर ने नौ चीनी इंजीनियर के लिए वीजा का अनुरोध किया और अवाडा इलेक्ट्रो ने देश भर में जारी अपनी परियोजनाओं के लिए महत्वपूर्ण सात पेशेवर के लिए वीजा आवेदन दिए हैं.

इस संबंध में टाटा पावर सोलर, रिन्यू और अवाडा को भेजे गए ई-मेल का अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है.

भारत ने 2030 तक सूर्य की रोशनी और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय स्रोतों से 500 गीगावाट बिजली उत्पादन क्षमता स्थापित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है. वह उच्च-स्तरीय उपकरणों तथा प्रौद्योगिकी के लिए चीन से आयात पर बहुत अधिक निर्भर है, जो सौर पैनल का विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक तथा निर्यातक है.

हालांकि, कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद से और सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत में चीनी कर्मियों के प्रवेश पर लगाए गए कड़े प्रतिबंधों से परियोजनाओं के तय समयसीमा पर पूरा होने में संदेह है.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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