- जून 2025 में SIP के जरिए म्यूचुअल फंड निवेश का आंकड़ा पहली बार 27,000 करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया है.
- म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की कुल वैल्यू जून में बढ़कर 74.41 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जो मई और अप्रैल से अधिक है.
- जून में कुल म्यूचुअल फंड निवेश 67 प्रतिशत बढ़कर 49,301 करोड़ रुपये हो गया, जो बाजार के मजबूत प्रदर्शन का परिणाम है.
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं या करने का सोच रहे हैं, तो आपके लिए यह खबर काम की है. जून 2025 में सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश का आंकड़ा पहली बार 27,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI ) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, जून में SIP निवेश बढ़कर ₹27,269 करोड़ हो गया, जो मई के ₹26,688 करोड़ से 2 प्रतिशत ज्यादा है.
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की कुल वैल्यू भी बढ़ी
सिर्फ SIP ही नहीं, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की कुल वैल्यू यानी एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) भी जून में बढ़कर ₹74.41 लाख करोड़ पहुंच गई. ये आंकड़ा मई में ₹72.20 लाख करोड़ और अप्रैल में ₹69.99 लाख करोड़ था.
कुल म्यूचुअल फंड निवेश में 67% की उछाल
मई में ₹29,572 करोड़ के मुकाबले, जून में कुल म्यूचुअल फंड निवेश 67% बढ़कर ₹49,301 करोड़ हो गया. यह बड़ी बढ़त बाजार के मजबूत प्रदर्शन की वजह से भी आई है, क्योंकि जून में निफ्टी और सेंसेक्स ने अच्छे रिटर्न दिए हैं.
इक्विटी फंड्स में भी दिखी अच्छी तेजी
- इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में जून में निवेश 24% बढ़कर ₹23,587 करोड़ पहुंच गया. सिर्फ ELSS फंड को छोड़कर सभी कैटेगरी में निवेश हुआ.
- लार्ज कैप फंड्स में ₹1,694 करोड़ का निवेश हुआ, जो मई के ₹1,250.5 करोड़ से 35% ज्यादा है.
- स्मॉल कैप फंड्स में ₹4,024.5 करोड़ का निवेश हुआ, जबकि मई में यह ₹3,214 करोड़ था यानि 25% की बढ़त दर्ज हुई है.
- मिड कैप फंड्स में ₹3,754 करोड़ का निवेश हुआ, जो पिछले महीने से 34% ज्यादा है.
गोल्ड ETF में जबरदस्त उछाल
जून में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (Gold ETF) में भी बड़ा निवेश देखने को मिला.मई में जहां ₹292 करोड़ का निवेश हुआ था, वहीं जून में ये आंकड़ा छह गुना बढ़कर ₹2,080.9 करोड़ हो गया यानि करीब 613% की तेजी आई है.
हाइब्रिड और मल्टी एसेट फंड्स ने भी किया आकर्षित
हाइब्रिड फंड्स में निवेश बढ़कर ₹23,223 करोड़ हुआ, जबकि मई में यह ₹20,765 करोड़ था.मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स में ₹3,209 करोड़ और डायनेमिक एसेट एलोकेशन/बैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स में ₹1,885 करोड़ का निवेश हुआ.
क्या है इसके पीछे की वजह?
एएमएफआई ने बताया कि यह तेजी बाजार की मजबूत परफॉर्मेंस, SIP की स्थिरता और निवेशकों की म्यूचुअल फंड में बढ़ती समझ के कारण देखने को मिली है. खास बात यह भी है कि स्मॉल, मिड और गोल्ड फंड्स में युवाओं और नए निवेशकों की रुचि भी तेजी से बढ़ रही है.