"यह हथियारबंद एजेंसी है..." : एलन मस्क और विवेक रामास्वामी का अमेरिकी एक्सचेंज बोर्ड SEC पर हमला

एलन मस्क के साथ मिलकर डिपार्टमेंट ऑफ़ गवर्नमेंट एफ़िशिएंसी (DOGE) चला रहे विवेक रामास्वामी ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट X (अतीत में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, "जब SEC जैसी एजेंसी को कानूनों का उल्लंघन करने के लिए अदालतों में बार-बार शर्मिन्दा होना पड़ता है, तो यह लॉ-एन्फ़ोर्समेंट एजेंसी के तौर पर अपनी वैधता खो देती है..."

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नई दिल्ली:

Nasdaq एक्सचेंज के बोर्ड डायवर्सिटी नियमों को सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) द्वारा दी गई मंज़ूरी को संघीय अपील अदालत की तरफ से खारिज कर दिए जाने के बाद अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई सहयोगियों के साथ-साथ अब विवेक रामास्वामी और एलन मस्क भी SEC पर बरसे हैं.

'politico.com' में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, न्यू ऑरलियन्स स्थित फिफ्थ सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स द्वारा Nasdaq एक्सचेंज के बोर्ड डायवर्सिटी नियमों को चुनौती देने वाले कन्ज़रवेटिव समूहों के पक्ष में फ़ैसला सुनाए जाने के एक दिन से भी कम वक्त के बाद विवेक रामास्वामी, एलन मस्क तथा यूटा के सीनेटर माइक ली ने कहा कि फ़ैसले ने उन्हीं मुद्दों को रेखांकित किया है, जो वे SEC के बारे में सोचते-समझते रहे हैं.

एलन मस्क के साथ मिलकर डिपार्टमेंट ऑफ़ गवर्नमेंट एफ़िशिएंसी (DOGE) चला रहे विवेक रामास्वामी ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट X (अतीत में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, "जब SEC जैसी एजेंसी को कानूनों का उल्लंघन करने के लिए अदालतों में बार-बार शर्मिन्दा होना पड़ता है, तो यह लॉ-एन्फ़ोर्समेंट एजेंसी के तौर पर अपनी वैधता खो देती है..."

एलन मस्क ने भी X पर एक अलग पोस्ट में SEC को 'गंदे राजनीतिक काम करने वाली एक और हथियारबंद एजेंसी' कहकर पुकारा, जबकि माइक ली ने भी कहा, "SEC भरोसा करने लायक नहीं है..."

SEC की यह आलोचना संकेत दे रही है कि आने वाले डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दौरान SEC पर गाज गिर सकती है, क्योंकि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति और उनकी टीम सरकार में आमूलचूल बदलाव और खर्चों में कटौती पर विचार कर रही है. इस काम की ज़िम्मेदारी विवेक रामास्वामी और एलन मस्क के नेतृत्व वाले DOGE को सौंपा गया है, जो मूलतः एक सलाहकार पैनल है, जो नियमों में बदलाव से लेकर सरकारी कर्मचारियों से काम करवाने तक हर चीज़ पर विचार करेगा.

SEC काफ़ी लम्बे अरसे से कन्ज़रवेटिव समूहों, अमेरिकी सांसदों और एलन मस्क समेत बड़े-बड़े व्यापारियों के निशाने पर रही है. अरबपति व्यवसायी एलन मस्क का तो हालिया सालों में SEC से कई बार टकराव भी हो चुका है. हाल ही के वक्त में SEC माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट X की एलन मस्क द्वारा 44 अरब अमेरिकी डॉलर में की गई खरीद की भी जांच करता रहा है.

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इस बीच, SEC के प्रवक्ता ने विवेक रामास्वामी, एलन मस्क या माइक ली की पोस्टों के बारे में टिप्पणी करने के अनुरोध का कोई जवाब फिलहाल नहीं दिया है.

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