उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) बुधवार को 20 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप हासिल करने वाली देश की पहली कंपनी बन गयी. कंपनी का मार्केट कैप पेप्सीको, नीदरलैंड की ऊर्जा कंपनी शेल और चीन की पेट्रोचाइना लिमिटेड जैसी कंपनियों से ज्यादा हो गया है. रिलायंस के शेयर ने मंगलवार को थोड़े समय के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के बाजार मार्केट कैप को छुआ था. हालांकि, कारोबार के अंत में यह 19,93,881.61 करोड़ रुपये पर रहा था.
बुधवार को कंपनी का शेयर 2,963.60 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद से 1.14 प्रतिशत ज्यादा है. इससे कंपनी का मार्केट कैप कारोबार की समाप्ति पर 20.05 लाख करोड़ रुपये हो गया.
इस उपलब्धि के साथ कंपनी मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की शीर्ष 50 कंपनियों में पेप्सीको, शेल पीएलसी और सिस्को जैसी दिग्गज कंपनियों से आगे 49वें स्थान पर आ गई है. यदि 20 जुलाई, 2023 को रिलायंस से अलग हुई जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के एम-कैप को शामिल किया जाए, तो रिलायंस का ओवरऑल मार्केट कैप 21.73 लाख करोड़ रुपये होगा. इससे कंपनी 43वें स्थान पर हो जाएगी. इससे यह एक्सेंचर और नेटफ्लिक्स से भी आगे हो जाएगी.
माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प 3.08 लाख करोड़ डॉलर के एम-कैप के साथ दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी है. इसके बाद एप्पल इंक (2.89 लाख करोड़ डॉलर), सऊदी अरामको (2.04 लाख करोड़ डॉलर) और गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट इंक (1.84 लाख करोड़ डॉलर) हैं. रिलायंस का मार्केट कैप 239 अरब डॉलर है.