बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को मेडिकल आधार पर जमानत दे दी है. नरेश गोयल ने मेडिलक और मानवीय कारणों का हवाला देते हुए जमानत की अर्जी लगाई थी.
जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल कैंसर से पीड़ित हैं और उनका इलाज रिलायंस अस्पताल में चल रहा है. उन्हें 1 सितंबर 2023 को गिरफ्तार किया गया था.
मेडिकल बेस पर ही पहले मिली थी बेल
इसी साल मई में भी नरेश गोयल को मेडिकल बेसिस पर ही कैंसर के इलाज के लिए अंतरिम जमानत दी गई थी. नरेश मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में बंद हैं. नरेश गोयल की पत्नी अनीता गोयल का इसी साल 16 मई को मुंबई में निधन हुआ था. वो भी लंबे समय से कैंसर से जूझ रही थीं.
बता दें कि नरेश गोयल ने 1993 में जेट एयरवेज की स्थापना की थी. 26 साल बाद आर्थिक तंगी से जूझते-जूझते अप्रैल 2019 में ये एयरलाइन बंद हो गई. मई, 2019 में उन्होंने चेयरमैन पद छोड़ दिया था.
करोड़ों का गड़बड़झाला
साल 2018-19 में जब जेट एयरवेज सबसे बुरे दौर से गुजर रहा था, उस समय कंपनी पर केनरा बैंक का 538 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन बकाया था. साल 2021 में केनरा बैंक ने बड़े आरोप लगाए. बैंक ने कहा, 'जेट एयरवेज ने 'रिलेटेड कंपनियों' को 1,410.41 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए. कंपनी के अकाउंट से पैसा निकालने के लिए ऐसा किया गया.'
बैंक के मुताबिक, एयरलाइन की फोरेंसिक ऑडिट में पाया गया. नरेश गोयल और उनके फैमिली मेंबर्स पर स्टाफ की सैलरी, फोन बिल और व्हीकल एक्सपेंसेज जैसे सारे पर्सनल खर्च, जेट एयरवेज के अकाउंट से करने के आरोप लगे थे.
1 सितंबर 2023 को ED ने नरेश गोयल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था.