Impact of Inflation on Your Money: आज अगर आप सोचते हैं कि 10 साल बाद 1 करोड़ रुपये आपके लिए काफी होंगे तो पहले यह समझना जरूरी है कि तब इस रकम की असल ताकत कितनी रह जाएगी. आज जो पैसा बहुत बड़ा लगता है वही पैसा समय के साथ धीरे-धीरे कमजोर हो जाता है. इसकी वजह है महंगाई जो हर साल चुपचाप आपकी रकम की वैल्यू कम करती रहती है.
महंगाई आपके पैसों की वैल्यू कैसे कम करती है?
महंगाई का सीधा मतलब है चीजों के दाम का बढ़ना. जैसे-जैसे खाने पीने रहने इलाज पढ़ाई और सफर का खर्च बढ़ता है वैसे-वैसे हर एक रुपये की खरीदने की ताकत कम होती जाती है. भारत में महंगाई को कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स से मापा जाता है जिसमें रोजमर्रा की जरूरत की चीजें शामिल होती हैं.
पिछले कई सालों में भारत में महंगाई आमतौर पर 4 से 6 प्रतिशत के आसपास रही है. यह आंकड़ा देखने में छोटा लगता है लेकिन लंबे समय में इसका असर बहुत बड़ा होता है.
चलिए पैसे पर महंगाई के असरको एक आसान उदाहरण से समझते हैं...
करीब 10 साल पहले एक अच्छे जगह पर 4 BHK फ्लैट 1 करोड़ रुपये में मिल जाता था. आज वही फ्लैट 2 करोड़ रुपये से ज्यादा का हो चुका है. फ्लैट वही है, जगह वही है, लेकिन बदला सिर्फ पैसों का वैल्यू है. यही महंगाई का असर है.
10 साल बाद 1 करोड़ की असल वैल्यू कितनी होगी?
अगर मान लिया जाए कि आने वाले 10 सालों में औसतन महंगाई 5 प्रतिशत सालाना रहती है तो आज का 1 करोड़ रुपये 10 साल बाद करीब 61 लाख रुपये के बराबर रह जाएगा. आसान भाषा में कहें तो जो चीज आज 1 करोड़ में मिलती है वही चीज 10 साल बाद करीब 1 करोड़ 60 लाख रुपये में मिलेगी.यही वजह है कि आज जो पैसा काफी लगता है वह फ्यूचर में कम पड़ सकता है.
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए क्या हैं इसके मायने?
मान लीजिए आपकी उम्र 50 साल है और आप 60 साल में रिटायर होने की योजना बना रहे हैं. आपको लगता है कि रिटायरमेंट के लिए 1 करोड़ रुपये काफी होंगे क्योंकि आज यह रकम घर बच्चों की पढ़ाई शादी और इलाज जैसे खर्च पूरे कर सकती है.लेकिन रिटायरमेंट तक पहुंचते पहुंचते यही 1 करोड़ रुपये उतना मजबूत नहीं रहेगा. रोज का खर्च बढ़ जाएगा इलाज और भी महंगा हो जाएगा और इसके लिए ज्यादा पैसे चाहिए होंगे. अगर महंगाई को ध्यान में रखकर प्लानिंग नहीं की गई तो पूरा प्लान कमजोर पड़ सकता है.
रोजमर्रा की जिंदगी पर महंगाई का असर
महंगाई सिर्फ घर या गाड़ी जैसे बड़े खर्च पर असर नहीं डालती. यह धीरे धीरे रोज के खर्च को भी बढ़ाती है. इलाज का खर्च कुछ सालों में दोगुना हो सकता है. बच्चों की पढ़ाई खासकर विदेश की पढ़ाई और भी महंगी हो जाती है. घर का खर्च इंश्योरेंस और ट्रैवल सब साल दर साल बढ़ता जाता है. महंगाई एक साल में महसूस नहीं होती लेकिन 10 से 20 साल में यह आपकी लाइफस्टाइल बदल सकती है.
आज भी बहुत से लोग सेविंग अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट पर ही भरोसा करते हैं. ये ऑप्शन सुरक्षित तो हैं लेकिन इनका रिटर्न अक्सर महंगाई से कम होता है. ऐसे में पैसा दिखने में बढ़ता है लेकिन असल में उसकी वैल्यू घटती जाती है.इसीलिए आज के समय में निवेश जरूरी हो गया है.
महंगाई को मात देने के लिए कहां लगाएं पैसा?
लंबे समय में कुछ निवेश ऐसे रहे हैं जिन्होंने महंगाई से ज्यादा रिटर्न दिया है. जरूरी यह है कि सही संतुलन के साथ लंबे समय के लिए निवेश किया जाए.
- इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे इंडेक्स फंड और फ्लेक्सी कैप फंड भारत की ग्रोथ से फायदा लेते हैं और लंबे समय में अच्छा रिटर्न दे सकते हैं.
- नेशनल पेंशन सिस्टम यानी एनपीएस रिटायरमेंट के लिए अच्छा ऑप्शन है जिसमें टैक्स का भी फायदा मिलता है.
- हाइब्रिड फंड थोड़ी स्थिरता और थोड़ी ग्रोथ दोनों देते हैं.
- गोल्ड भी महंगाई और अनिश्चित समय में सहारा बन सकता है.
महंगाई से बचा नहीं जा सकता लेकिन सही प्लानिंग से इसका असर कम जरूर किया जा सकता है. जितनी जल्दी लोग अपने फाइनेंशियल गोल में महंगाई को शामिल करेंगे उतनी ही आसानी से वे अपने भविष्य और लाइफस्टाइल को सुरक्षित रख पाएंगे.














