IndusInd Bank के नए MD और CEO बने राजीव आनंद, RBI की मंजूरी के बाद शेयरों ने पकड़ी रफ्तार

IndusInd Bank के चेयरमैन सुनील मेहता ने राजीव आनंद को नई जिम्मेदारी मिलने पर बधाई दी है. उन्होंने कहा कि बोर्ड और मैनेजमेंट मिलकर उनके साथ काम करने के लिए तैयार हैं, ताकि बैंक को मजबूती मिले और भरोसे का माहौल बने.

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राजीव आनंद के आने से IndusInd Bank को एक ऐसा चेहरा मिला है जिस पर न सिर्फ बोर्ड को बल्कि बाजार को भी भरोसा है.
नई दिल्ली:

इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) को आखिरकार नया लीडर मिल गया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने राजीव आनंद(Rajeev Anand) को बैंक का अगला प्रबंध निदेशक और सीईओ (MD & CEO) नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है. इस खबर के बाद मंगलवार को इंडसइंड बैंक के शेयरों (IndusInd Bank Share Price Today) में 6 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली. 

यह फैसला ऐसे वक्त में आया है जब बैंक हाल ही में 2000 करोड़ की एक बड़ी अकाउंटिंग गड़बड़ी  के कारण चर्चा में था और निवेशकों के बीच भरोसा कमजोर हो रहा था.

राजीव आनंद को क्यों चुना गया नया सीईओ?

राजीव आनंद बैंकिंग और फाइनेंस की दुनिया में 35 साल से ज्यादा का अनुभव रखते हैं. वे हाल ही में एक्सिस बैंक में डिप्टी एमडी के तौर पर काम कर रहे थे. इंडसइंड बैंक की तरफ से कहा गया है कि उनकी नियुक्ति 25 अगस्त 2025 से शुरू होकर तीन साल यानी 24 अगस्त 2028 तक चलेगी.

हालांकि, अभी इस फैसले पर अंतिम मुहर बैंक की अगली आम बैठक में लगेगी जहां शेयरहोल्डर मंजूरी देंगे.

शेयरों में क्यों आई तेजी?

निवेशकों में लंबे समय से यह चिंता बनी हुई थी कि बैंक के शीर्ष पद पर किसी ऐसे शख्स को लाया जाएगा जो पब्लिक सेक्टर बैंकिंग से जुड़ा हो. लेकिन आनंद को चुनने का फैसला बाजार के लिए पॉजिटिव साबित हुआ, क्योंकि वे प्राइवेट सेक्टर से आते हैं और ग्लोबल फाइनेंस में उनकी समझ मजबूत मानी जाती है.

एक्सपर्ट का मानना है कि आनंद के आने से बैंक में स्टेबिलिटी और भरोसा लौटेगा, खासकर तब जब बैंक को हाल ही में नुकसान का सामना करना पड़ा है.

बैंक को क्यों थी नए लीडर की जरूरत?

हाल ही में इंडसइंड बैंक की जनवरी से मार्च 2025 तिमाही में ₹2,328 करोड़ का घाटा दर्ज किया गया. इसकी बड़ी वजह माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो में दिक्कतें और कुछ अकाउंटिंग से जुड़ी समस्याएं थीं. यही वजह रही कि बैंक की साख पर असर पड़ा और निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ.

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इसी के चलते चेयरमैन सुनील मेहता ने पहले ही कहा था कि बैंक ऐसे लोगों की तलाश कर रहा है जो लीडरशिप में मजबूती लाएं और भविष्य में ऐसी गलतियों को दोहराने से रोकें.

बोर्ड और RBI के सहयोग से राजीव आनंद को मिली नई जिम्मेदारी

इंडसइंड बैंक के चेयरमैन सुनील मेहता ने राजीव आनंद को नई जिम्मेदारी मिलने पर बधाई दी है. उन्होंने कहा कि बोर्ड और मैनेजमेंट मिलकर उनके साथ काम करने के लिए तैयार हैं, ताकि बैंक को मजबूती मिले और भरोसे का माहौल बने. उन्होंने RBI का भी धन्यवाद दिया, जिसने पूरी प्रक्रिया में सहयोग किया.

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नए लीडर से इंडसइंड बैंक और बाजार को नई उम्मीद

राजीव आनंद के आने से इंडसइंड बैंक को एक ऐसा चेहरा मिला है जिस पर न सिर्फ बोर्ड को बल्कि बाजार को भी भरोसा है. ऐसे वक्त में जब बैंक को निवेशकों के भरोसे को दोबारा जीतना है, यह नियुक्ति एक पॉजिटिव संकेत है. बाजार में भी इस खबर से पॉजिटिव सेटिमेंट बना और शेयरों में उछाल साफ दिखा.

अब देखना होगा कि आने वाले महीनों में राजीव आनंद  बैंक को किस दिशा में लेकर जाते हैं और क्या वाकई बैंक फिर से निवेशकों के भरोसे पर खरा उतर पाएगा.

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