1 अगस्त को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत कमजोर रही. अमेरिकी सरकार द्वारा भारत सहित कई देशों पर नए टैरिफ लगाने के फैसले का असर सीधे तौर पर भारतीय बाजार पर देखने को मिला. सुबह के कारोबार में ही सेंसेक्स करीब 270 अंक टूट गया, वहीं निफ्टी भी 24,700 के नीचे फिसल गया.
सुबह 9:26 बजे तक बीएसई सेंसेक्स 270.15 अंक की गिरावट के साथ 80,915.43 पर ट्रेड कर रहा था. इसी समय निफ्टी 80.95 अंक गिरकर 24,687.40 के स्तर पर पहुंच गया. यानी बाजार खुलते ही इन दोनों प्रमुख इंडेक्स में 0.33 फीसदी की गिरावट देखी गई.
निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 2% से अधिक गिरावट
बाजार में फार्मा शेयर गिरावट का नेतृत्व कर रहे हैं. इस कारण शुरुआती कारोबार में निफ्टी फार्मा इंडेक्स 2 प्रतिशत से अधिक गिर गया है. इसके अलावा, ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, मेटल और रियल्टी इंडेक्स भी लाल निशान में थे. एफएमसीजी, मीडिया और एनर्जी इंडेक्स हरे निशान में थे.
ये हैं आज के टॉप लूजर्स और गेनर्स
सेंसेक्स पैक में एचयूएल, एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा बैंक, आईटीसी, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट और आईसीआईसीआई बैंक टॉप गेनर्स थे.जबकि सन फार्मा, एमएंडएम, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा और मारुति सुजुकी टॉप लूजर्स थे.
अदाणी ग्रुप के शेयरों में जोरदार तेजी
बाजार में गिरावट के बावजूद अदाणी ग्रुप के शेयरों में आज जोरदार तेजी देखने को मिली. सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर अदाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 2.17% चढ़ा, जबकि अदाणी टोटल गैस में 1.89% की तेजी दर्ज हुई. अदाणी पावर 1.54% उछला और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में 1.34% की बढ़त देखी गई. इसके अलावा, अदाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 1.25% और अदाणी विल्मर 1.12% चढ़ा. वहीं अदाणी पोर्ट्स में 0.49% की मामूली बढ़त रही. ऐसे वक्त में जब ग्लोबल मार्केट दबाव में है, अदाणी ग्रुप के स्टॉक्स में यह तेजी निवेशकों के भरोसे को दिखाती है.
भारतीय बाजार पर ट्रंप के 25% टैरिफ का असर
अमेरिका के इस फैसले ने दुनियाभर के ट्रेडिंग सेंटिमेंट को प्रभावित किया है. दरअसल, ट्रंप प्रशासन ने भारत समेत दर्जनों देशों से आने वाले प्रोडक्ट्स पर 25 फीसदी तक का टैरिफ और अतिरिक्त पेनल्टी लागू कर दी है. इसका सीधा असर आयात-निर्यात और विदेशी निवेशकों की धारणा पर पड़ा है.
यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब भारतीय बाजार लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा था. लेकिन ग्लोबल लेवल पर ट्रेड वॉर जैसे संकेतों से निवेशकों की चिंता बढ़ गई है.
एक्सपर्ट का मानना है कि अगर अमेरिका इस तरह के टैरिफ और सख्त फैसले लेता रहा, तो आगे भी भारतीय बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकते हैं. ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहने और लॉन्ग टर्म पर्सपेक्टिव से निवेश करने की सलाह दी जा रही है.