देश की बड़ी फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) कंपनियों में से हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) के शेयरों में गुरुवार के कारोबारी सत्र में 6 प्रतिशत से अधिक गिरावट हुई. शेयर में मंदी की वजह वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में कंपनी द्वारा कमजोर नतीजे पेश करना था.दोपहर 1:30 बजे एचयूएल का शेयर (HUL share Price) 6.70 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,481 पर था.
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी (HUL Q2 Results) का प्रदर्शन कमजोर रहा है और मुनाफा 4 प्रतिशत गिरकर 2,612 करोड़ रुपये रह गया है, जो कि पिछले साल समान तिमाही में 2,717 करोड़ रुपये था. ऑपरेशन से आय में सालाना आधार पर 2 प्रतिशत की बढ़त हुई है और यह सितंबर तिमाही में बढ़कर 15,319 करोड़ रुपये हो गया है. पिछले साल की समानअवधि में यह आंकड़ा 15,027 करोड़ रुपये पर था.
कमजोर नतीजों के बाद भी एचयूएल की ओर से 29 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया गया है. इसकी रिकॉर्ड डेट 6 नवंबर, 2024 तय की गई है.
कमजोर नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउस नुवामा ने एचयूएल पर 'बाय' रेटिंग को बरकरार रखा है और इसका टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 3,395 रुपये कर दिया गया है, जो कि पहले 3,375 रुपये था.ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि ग्रामीण बाजारों में रिकवरी आने की उम्मीद है और इससे वित्त वर्ष की दूसरी छमाही और आने वाले समय में एचयूएल की ग्रोथ को सहारा मिलेगा.
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि एचयूएल में आने वाली तिमाही में रिकवरी देखने को मिल सकती है. ब्रोकरेज हाउस ने वित्त वर्ष 25 और वित्त वर्ष 26 के लिए प्रति शेयर आय (ईपीएस) को 2 प्रतिशत कम कर दिया है.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने भी एचयूएल पर 3,200 के टारगेट प्राइस के साथ 'बाय' की रेटिंग बरकरार रखी है. ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि कम वॉल्यूम ग्रोथ, प्राइस एडजस्टमेंट और ग्रामीण मांग में धीमेपन का खराब दौर समाप्त हो चुका है.