Google ने लॉन्च किया Gemini App, 9 भारतीय भाषाओं को करेगा सपोर्ट, ChatGPT को मिलेगी कड़ी टक्कर

Google Gemini App Launched in India : गूगल ने अपने ब्लॉग के जरिए साझा कहा है कि जिसने भी चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया है उसके लिए जेमिनी को इस्तेमाल करने में कोई परेशानी नहीं आएगी.

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नई दिल्ली:

गूगल (Google) ने लंबे इंतजार के बाद भारत में जेमिनी का मोबाइल एप (Gemini Mobile App) लॉन्च किया है. मंगलवार को गूगल ने अपने जेनेरेटिव एआई चैटबॉट जेमिनी का यह मोबाइल एप लॉन्च किया है. इस एप की खासियत यह है कि इसमें अंग्रेजी के साथ ही 8 भारतीय भाषाओं का सपोर्ट मिलेगा. मतलब साफ है कि गूगल का सबसे सक्षम एआई मॉडल जेमिनी एडवांस्ड (Gemini Advanced) भी अब 9 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा. 

ऐसे में लोगों को ज्यादा से ज्यादा अपनी पसंद की भाषा में किसी भी विषय की जानकारी प्राप्त करने और काम करने में मदद मिलेगी.

अंग्रेजी के अलावा इन भाषाओं में कर पाएंगे सर्च

इन दोनों एप पर अंग्रेजी के अलावा हिंदी, गुजराती, मलयालम, बंगाली, कन्नड़, तमिल, मराठी, तेलुगु और उर्दू में सपोर्ट उपलब्ध होगा. इसके साथ ही लोगों के सर्च करने के तरीके में भी बदलाव होगा.

जेमिनी एडवांस्ड के साथ-साथ कई नई फैसिलिटी

गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी साझा करते हुए लिखा, आज, हम भारत में जेमिनी मोबाइल एप लॉन्च कर रहे हैं, जो अंग्रेजी और 9 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है. हम इन स्थानीय भाषाओं को जेमिनी एडवांस्ड के साथ-साथ अन्य नई फैसिलिटी में भी जोड़ रहे हैं.

गूगल एप के जरिए आईओएस यूजर्स भी कर सकेंगे इस्तेमाल

इसकी जानकारी गूगल की तरफ से अपने ब्लॉग के जरिए साझा की गई है. जिसने भी चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया है उसके लिए जेमिनी को इस्तेमाल करने में कोई परेशानी नहीं आएगी. इस पर भी आप अपने सवालों का जवाब पा सकते हैं. जेमिनी का इस्तेमाल गूगल एप के जरिए आईओएस यूजर्स भी कर सकेंगे.

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क्या है जेमिनी ऐप (What is Google Gemini)

जेमिनी ऐप के बारे में बता दें कि यह आपको अपनी जरूरत के हिसाब से लिखने, बोलने, तस्वीर एड करने की अनुमति देता है. जेमिनी की विशेषता में सर्च, फोटो, वर्कस्पेस और एंड्रॉयड आदि शामिल हैं. जिसमें कोई भी उपभोक्ता प्रॉम्प्ट लिखकर इमेज जेनरेट कर सकते हैं.

गूगल की तरफ से जेमिनी को 6 दिसंबर 2023 को लॉन्च किया गया था. यह मैसिव मल्टीटास्क लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग मॉडल (एमएमएलयू) पर आधारित है. यह साइबर अटैक से भी सुरक्षा प्रदान करता है.

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