धनतेरस-दिवाली की बंपर तेजी के बाद सोना-चांदी (Gold-Silver Fall) धड़ाम हुआ है. गुरुवार की सुबह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के आंकड़ों के मुताबिक, सोने और चांदी के भाव में ऑल टाइम हाई रेट से करीब 9 से 16 फीसदी की गिरावट देखी गई है. MCX पर सोने का भाव 1,32,294 रुपये/10 ग्राम के ऑल टाइम हाई से 11,779 रुपये गिर कर 1,20,515 रुपये/10 ग्राम के भाव पर पहुंच गया. ये करीब 8.90 फीसदी की गिरावट है.
वहीं मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर ही चांदी 1,70,415 रुपये/किलो के ऑल टाइम हाई भाव से 26,596 रुपये गिर कर 1,43,819 रुपये के भाव पर पहुंच गया. यानी सिल्वर में 15.60 फीसदी की गिरावट देखी गई. ग्लोबल मार्केट में भी गोल्ड-सिलवर के भाव में करीब 8.60 फीसदी और 12.60 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.
ट्रेड डील की उम्मीद में थोड़ा सुधार
सोने और चांदी के दामों में दो दिन की गिरावट के बाद फिर से थोड़ा उछाल दिखा. सुरक्षित निवेश (Safe-Haven) की मांग बढ़ने के कारण सोना बढ़कर लगभग $4,120/ औंस हो गया है, जबकि चाँदी $49/औंस के ऊपर पहुंच गई है. ऑल टाइम हाई से अच्छी गिरावट से इतर भारत-अमेरिका ट्रेड डील की उम्मीद में सोने और चांदी को थोड़ा बल मिला. दोनों देशों के बीच जल्द ही व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने की खबरों के बीच गुरुवार सुबह एमसीएक्स पर गोल्ड के रेट में हल्की तेजी दिखी.
शुरुआती कारोबार में, एमसीएक्स पर सोने का दिसंबर वायदा कॉन्ट्रैक्ट 0.89 फीसदी बढ़कर 1,22,938 रुपये/10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था. वहीं चांदी का दिसंबर वायदा कॉन्ट्रैक्ट 0.93 फीसदी बढ़कर 1,46,915 रुपये/किलोग्राम पर कारोबार कर रहा था. विश्लेषकों के अनुसार, दिसंबर एक्सपायरी के लिए एमसीएक्स पर सोने की कीमतें 1,21,500 रुपये से 1,23,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में रहने की उम्मीद है.
कौन-से फैक्टर्स कर रहे प्रभावित?
- व्यापार और भू-राजनीतिक तनाव: अमेरिका और चीन के बीच व्यापार संबंधी तनाव और दुनिया भर में चल रहे राजनीतिक जोखिमों के कारण निवेशकों ने सुरक्षित माने जाने वाले सोने और चांदी में निवेश करना शुरू कर दिया है.
- अमेरिका-चीन और रूस से जुड़े मामले: अमेरिका द्वारा चीन पर नए निर्यात प्रतिबंधों पर विचार किया जा रहा है. हालांकि, ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच बैठक की योजना से थोड़ी उम्मीद बंधी है. इसके अलावा, यूक्रेन विवाद को लेकर रूस पर नए अमेरिकी प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिससे भू-राजनीतिक चिंताएं बढ़ी हैं.
- ब्याज दर में कटौती की उम्मीद: फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल के अंत तक ब्याज दरों में दो और कटौती किए जाने की उम्मीद है. जब ब्याज दरें घटती हैं, तो सोना-चांदी जैसे गैर-ब्याज वाली संपत्तियों में निवेश बढ़ जाता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक, विश्लेषकों ने कहा, 'एक महत्वपूर्ण वृद्धि के बाद सोने की कीमत एक नए चरण में प्रवेश कर गई है और अस्थिरता के कारण लगातार सुर्खियों में बनी हुई है, लेकिन दूसरी ओर, इसमें उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल रहा है.' उन्होंने आगे कहा, '1979 के बाद से अपनी सबसे बड़ी वार्षिक वृद्धि की ओर बढ़ रहे सोने में सालाना आधार पर आई 54 फीसदी की वृद्धि ने मार्च में 3,000 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस और अक्टूबर में 4,000 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस के प्रमुख मनोवैज्ञानिक प्रतिरोध स्तरों को तोड़ दिया है.'
हालांकि ग्लोबल मार्केट में अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने के कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई, क्योंकि निवेशक इस सप्ताह के अंत में अमेरिका से आने वाले महंगाई के आंकड़ों का इंतजार कर रहे थे. ये आंकड़े फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर अगले कदम को प्रभावित कर सकते हैं. ग्लोबल मार्केट में सुबह 3:10 बजे (GMT) तक, सोने का स्पॉट प्राइस (हाजिर भाव) 0.2 फीसदी की गिरावट के साथ 4,084.29 डॉलर प्रति औंस पर था, जबकि दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 0.9 फीसदी बढ़कर 4,100.90 डॉलर प्रति औंस हो गया.