एशियाई विकास बैंक (ADB) ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी की वृद्धि दर (GDP Growth Rate) का अनुमान सात प्रतिशत पर बरकरार रखा है. इसके साथ ही कहा कि सामान्य से बेहतर मानसून अनुमानों को देखते हुए कृषि क्षेत्र में सुधार की उम्मीद है. एडीबी का यह पूर्वानुमान ऐसे समय में आया है जब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ (IMF) ने भारत के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर के अनुमान को संशोधित कर सात प्रतिशत कर दिया है. आईएमएफ ने अप्रैल में इसके अप्रैल 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले महीने अपने वृद्धि अनुमान को सात प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया था.
भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2025-26 में 7.2% की दर से बढ़ेगी
भारतीय अर्थव्यवस्था ने मार्च 2024 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए 8.2 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की, जबकि उससे पिछले वित्त वर्ष में यह सात प्रतिशत थी.
मानसून के चलते कृषि क्षेत्र में सुधार की उम्मीद
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘ वित्त वर्ष 2022-23 में धीमी वृद्धि के बाद सामान्य से अधिक मानसून अनुमानों को देखते हुए कृषि क्षेत्र में सुधार की उम्मीद है. ऐसा जून में मानसून की धीमी प्रगति के बावजूद है. ग्रामीण क्षेत्रों में वृद्धि की गति को बनाए रखने के लिए कृषि में सुधार महत्वपूर्ण होगा.''
विकासशील एशिया के विकास पूर्वानुमान के संबंध में एडीओ ने कहा कि इसे 2024 के लिए पांच प्रतिशत तक संशोधित किया गया है और 2025 में 4.9 प्रतिशत पर बनाए रखा गया है.