अंबुजा सीमेंट्स को मिला पहला इंडो-स्वीडिश कार्बन कैप्चर प्रोजेक्ट, भारत में ग्रीन निर्माण को मिलेगा बढ़ावा

अंबुजा सीमेंट्स 2050 तक नेट-जीरो लक्ष्य पाने की दिशा में काम कर रही है. यह कदम भारत में हरित निर्माण और सर्कुलर कार्बन इकोनॉमी की नई राह खोलेगा.

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Ambuja Cementअदाणी पोर्टफोलियो का हिस्सा है और दुनिया की नौवीं सबसे बड़ी बिल्डिंग मटेरियल कंपनी है.
नई दिल्ली:

अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड को पहली बार इंडो-स्वीडिश ग्रांट मिला.इस ग्रांट के तहत अंबुजा सीमेंट्स, IIT बॉम्बे और Eco Tech, स्वीडन के साथ मिलकर कार्बन कैप्चर और यूज (CCU) के लिए प्री-पायलट टेक्नोलॉजी स्टडी करेगी. इस प्रोजेक्ट का मकसद कंक्रीट और सीमेंट सेक्टर से निकलने वाले CO₂ को कैप्चर करके उसका उपयोग  न्यू ग्रीन फ्यूल और मटेरियल बनाने में करना है. यह कदम ट्रेडिशनल कार्बन स्टोर करने से हटकर सर्कुलर कार्बन इकोनॉमी की तरफ बढ़ने को लेकर है, जिससे पर्यावरण को फायदा होगा और नए ग्रीन प्रोडक्ट्स बनेंगे.

बता दें कि अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड अदाणी पोर्टफोलियो का हिस्सा है और दुनिया की नौवीं सबसे बड़ी बिल्डिंग मटेरियल कंपनी है.

अंबुजा सीमेंट्स के सीईओ, विनोद बहेटी, ने कहा कि यह ग्रांट कंपनी की इनोवेशन प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है. उन्होंने बताया कि CCU टेक्नोलॉजी से कंक्रीट निर्माण को और सस्टेनेबल बनाया जा सकता है.CCU टेक्नोलॉजी के जरिये कंपनी अपने 'नेट-जीरो' रोडमैप को तेज कर रही है, जिसके लिए कई बड़े कदम उठाए जा रहे हैं.

इनमें रिन्यूएबल एनर्जी का ज्यादा इस्तेमाल, अल्टरनेटिव फ्यूल और कच्चे माल का विस्तार, Coolbrook की RotoDynamic Heater टेक्नोलॉजी का कमर्शियल प्रयोग,AI- ड्रिवन ऑपरेशन के जरिए वैल्यू और सपोर्ट बढ़ाना शामिल है. इस पहल से अंबुजा न केवल उत्सर्जन घटाएगी, बल्कि भारत को लो-कार्बन इकोनॉमी की दिशा में आगे बढ़ने में भी मदद करेगी.

कैसे काम करेगा यह कार्बन कैप्चर प्रोजेक्ट

इस प्रोजेक्ट में देखा जाएगा कि सीमेंट प्लांट से निकलने वाले CO₂ को कैसे सही तरीके से कैप्चर  करके इस्तेमाल किया जा सकता है. कुल कैप्चर किए गए  CO₂ को दो तरह से इस्तेमाल किया जाएगा. कैल्शियम कार्बोनेट जैसे मटेरियल बनाने में और ग्रीन मेथनॉल बनाने में, जिसमें ग्रीन हाइड्रोजन का इस्तेमाल होगा

इस तरह यह पारंपरिक कार्बन स्टोरेज से हटकर सर्कुलर कार्बन इकोनॉमी की दिशा में पहला कदम है. इससे पर्यावरण पर असर कम होगा और नई ग्रीन टेक्नोलॉजी को बढ़ावा मिलेगा.

अंबुजा सीमेंट्स का यह इंडो-स्वीडिश CCU प्रोजेक्ट न केवल भारत में हरित निर्माण के लिए नई दिशा देगा, बल्कि ग्लोबल स्तर पर सर्कुलर कार्बन इकोनॉमी को बढ़ावा देगा.यह पहल उद्योगों को उत्सर्जन घटाने और ग्रीन फ्यूल, मटेरियल बनाने में मदद करेगी, जिससे भारत के नेट-जीरो सपनों को गति मिलेगी.

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(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)

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