
1970 और 1980 के दशक की बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस जीनत अमान हाल ही में नेटफ्लिक्स के शो, द रॉयल्स में नज़र आईं. वह अपने समय में बॉलीवुड में रूढ़ियों को तोड़ने के लिए जानी जाती थीं, लेकिन उनकी निजी ज़िंदगी उस ग्लैमरस दुनिया से कोसों दूर थी जिसका उन्होंने सपना देखा था. जब वह अपने करियर के चरम पर थीं, तभी उन्होंने अपनी के खिलाफ जाकर अभिनेता-निर्माता, मज़हर खान से शादी की. हालांकि यह शादी जीनत अमान के लिए सबसे भयानक अनुभवों में से एक साबित हुई. शादी के बाद जीनत के दो बच्चे हुए, जिनके कारण उन्हें इस शादी में रहना पड़ा. इन वर्षों में उन्हें विश्वासघात, बीमारी और नशे की लत का सामना करना पड़ा, लेकिन फिर भी उन्होंने अपने बच्चों की खातिर मज़हर खान के साथ रहना चुना.
1980 के दशक के बीच जीनत अमान बॉलीवुड की बड़ी स्टार थीं. हालांकि करियर से ज्यादा, घर बसाना और मां बनना उनके लिए हर चीज़ से ऊपर था. उन्होंने खुले तौर पर स्वीकार किया कि वह शादी और बच्चे चाहती थीं. इस इच्छा ने उन्हें मज़हर खान से शादी करने के लिए प्रेरित किया, यह मानते हुए कि उनके साथ वह वह परिवार बना सकती हैं जो वह हमेशा से चाहती थीं. हालांकि, उनकी मां इस रिश्ते के खिलाफ़ थीं और इससे उनके रिश्ते में तनाव पैदा हो गया, जब तक कि ज़ीनत के पहले बेटे का जन्म नहीं हुआ, जिसने उस दरार को ठीक करने में मदद की.
शादी के पहले साल में ही जब ज़ीनत अपने पहले बच्चे के साथ गर्भवती थीं, तो उन्हें अपने पति मज़हर खान की वास्तविकता का पता चला. सिमी ग्रेवाल के साथ एक बातचीत में उन्होंने कहा था, “शादी के पहले साल, मुझे एहसास हुआ कि मैंने गलती की है, लेकिन चूंकि मैंने सभी की इच्छा के विरुद्ध निर्णय लिया था, इसलिए मैंने इसे सफल बनाने का फैसला किया. पहले साल ही मैं अपने पहले बच्चे के साथ गर्भवती थी और मजहर वहां नहीं था. उस समय स्टारडस्ट पत्रिका में मजहर की किसी महिला के साथ रिश्ते को लेकर छपा था, यह वास्तविकता है.”
जीनत अमान पूरी तरह से टूट चुकी थीं लेकिन उनका दृढ़ संकल्प अभी भी बहुत मजबूत था. उन्होंने साथ रहने का फैसला किया और खुद को यह विश्वास दिलाया कि उनके बच्चे को परिवार का प्यार मिलना चाहिए. बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें जल्दी ही अलग हो जाना चाहिए था.उन्हें विश्वास था कि वह जो टूटा हुआ था उसे ठीक कर सकती हैं, इस बात से अनजान कि उनके साथ क्या होने वाला था.
मज़हर खान की बीमारी में सालों तक ख्याल रखा
ज़ीनत अमान ने कहा है कि जब उनका बच्चा 5 साल का हुआ, तो उन्होंने काम पर वापस जाने के बारे में सोचा और तभी उनके पति मज़हर बीमार पड़ गए, जिससे उनके लिए सब कुछ बदल गया. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पति के स्वास्थ्य के लिए 5 साल संघर्ष किया. उन्होंने कहा “मैंने हर संभव कोशिश की. हम मुंबई के हर अस्पताल में गए और गए. मैंने इंजेक्शन लगाना, ड्रेसिंग करना सीखा. वह 18 महीने तक अपने शरीर के बाहर एक बैग के साथ रह रहा था, मैंने सीखा कि उस बैग को कैसे बदला जाता है. मैंने हर संभव कोशिश की. मैं विदेश गई और सबसे अच्छे डॉक्टर को ढूंढा. जब वह सब खत्म हो गया और समस्या हल हो गई, तो इसने मुझ पर बहुत बुरा असर डाला. मैं नर्वस ब्रेकडाउन के बहुत करीब थी.”
मज़हर के बीमारी से ठीक हुए तो मजहर को प्रिस्क्रिप्शन दवाओं की लत लग चुकी थी और अंततः किडनी फेल होने से उसकी मौत हो गई. “उसने खुद की मदद करना बंद कर दिया था और खुद को और अधिक नुकसान पहुंचा रहा था और मैं वहां रहकर उसे ऐसा करते हुए नहीं देख सकती थी. वह एक दिन में सात दर्द निवारक दवाएं ले रहा था. अंत में, उसकी किडनी ने काम करना बंद कर दिया और यह तब हुआ जब मैंने उसे छोड़ दिया था. जब मैंने उसे छोड़ा, तब भी मुझे परवाह थी. मुझे कोई अपराधबोध नहीं है क्योंकि मुझे यकीन है कि 99 प्रतिशत महिलाएं मेरे जितना लंबे समय तक और ईमानदारी से नहीं टिक पातीं.”
मजहर खान का 1998 में किडनी फेल होने के कारण निधन हो गया, लेकिन जीनत का संघर्ष यहीं खत्म नहीं हुआ. उन्होंने खुलासा किया कि मजहर की मां और बहन ने उन्हें और उनके बच्चों को पूरी तरह से अलग कर दिया. उनकी मौत के बाद जीनत को एक पैसा भी दिया गया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं