
24 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर रिलीज हुई देशभक्ति वाली अक्षय कुमार की फिल्म स्काई फोर्स नहीं बल्कि 'रामायण: द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम', जो भारत के सबसे मशहूर महाकाव्यों में से एक की दिल छू लेने वाली कहानी दिखाती है और जो लोगों को खूब पसंद आई. उसे भारतीय संसद में दिखाया जाएगा. ये खास स्क्रीनिंग फिल्म के सांस्कृतिक और कलात्मक महत्व को दिखाने के साथ-साथ भारत और जापान के गहरे रिश्तों का जश्न भी मनाती है.
भारतीय संसद की ये पहल तब आई जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने 'मन की बात' में इस फिल्म का जिक्र किया. लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला की मौजूदगी में होने वाली इस स्क्रीनिंग का मकसद हर उम्र के लोगों को रामायण की सीख से जोड़ना और भारतीय संस्कृति व आस्था से जुड़े इसके मूल्यों को आगे बढ़ाना है.
गीक पिक्चर्स के को-फाउंडर श्री अर्जुन अग्रवाल ने आभार जताते हुए कहा, "भारतीय संसद की इस पहल से हम बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं. यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे काम को इतने बड़े स्तर पर सराहा जा रहा है. यह सिर्फ एक फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं, बल्कि हमारी समृद्ध विरासत और रामायण की अमर कहानी का जश्न है, जो आज भी हमें प्रेरणा देती है और सही राह दिखाती है."
यह स्क्रीनिंग 15 फरवरी को भारतीय संसद में होने वाली है, जिसमें दोनों सदनों के सदस्य और सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़े खास मेहमान शामिल होंगे. यह फिल्म के निर्माण में हुए सहयोग को दिखाने वाला एक खास मौका होगा.
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