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स्काई फोर्स से टकराने बिना किसी शोर शराबे के आई रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस रामा, ओपनिंग डे पर इमरजेंसी को पछाड़ कमाए इतने करोड़ 

Ramayana: The Legend of Prince Rama 1 Days Box Office Collection: स्काई फोर्स से टकराने आई रामायण द लेजेंड ऑफ प्रिंस रामा ने कंगना रनौत की इमरजेंसी को आते ही टक्कर दे दी है.

स्काई फोर्स से टकराने बिना किसी शोर शराबे के आई रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस रामा, ओपनिंग डे पर इमरजेंसी को पछाड़ कमाए इतने करोड़ 
Ramayana Box Office Collection Day 1: रामायण बॉक्स ऑफिस कलेक्शन डे 1
नई दिल्ली:

Ramayana: The Legend of Prince Rama Box Office Collection Day 1: 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस के खास मौके पर 24 जनवरी को अक्षय कुमार और वीर पहाड़िया की स्काई फोर्स सिनेमाघरों में रिलीज हुई है. हालांकि यह अकेली फिल्म नहीं है, जिसे आप वीकेंड पर देख सकते हैं. इस फिल्म से टकराने 30 साल पुरानी जापानी-इंडियन एनिमेटेड फिल्म रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस रामा रिलीज हो गई है, जिसे हिंदी, तमिल और तेलुगू भाषा में डब किया गया है. जबकि अक्टूबर 24 को इसका इंग्लिश वर्जन 4के फॉर्मेट में पहले ही रिलीज किया जा चुका है. इसके बावजूद फिल्म ने भारत में पहले ही दिन कंगना रनौत की इमरजेंसी को पछाड़ते हुए अच्छा खासा कलेक्शन कर लिया है. 

बॉक्स ऑफिस ट्रैकर सैकनिल्क के शुरूआती आंकड़ों के अनुसार, 40 लाख की कमाई पहले दिन फिल्म ने हासिल की है, जिसमें हिंदी में 33 लाख, तमिल में 1 लाख, इंग्लिश में 5 लाख और तेलुगू में 1 लाख की कमाई फिल्म ने हासिल की है. जबकि कंगना रनौत की इमरजेंसी की बात करें तो फिल्म का दूसरा हफ्ता चल रहा है और इसके चलते 8वें दिन फिल्म ने 35 लाख का कलेक्शन ही अपने नाम किया है. 8 दिनों में 14.65 करोड़ का कलेक्शन ही फिल्म कर पाई है. वहीं स्काई फोर्स की बात करें तो पहले दिन अक्षय कुमार की फिल्म ने 11 करोड़ पार की ओपनिंग भारत में हासिल की है. 

बता दें, हाल ही में वाल्मीकि की रामायण पर आधारित फिल्म के ट्रेलर में शानदार विजुअल्स और भव्य युद्ध दृश्यों को दिखाया गया है, जो दर्शकों को अयोध्या, जहां प्रिंस राम का जन्म हुआ. मिथिला, जहां उन्होंने सीता से विवाह किया. पंचवटी का जंगल, जहां राम ने सीता और लक्ष्मण के साथ वनवास बिताया और लंका, जहां भगवान राम और रावण के बीच ऐतिहासिक युद्ध हुआ, इन सभी स्थानों में ले जाता है. युगो साको की सोच और कोइची सासाकी और राम मोहन के निर्देशन में बनी ये फिल्म एक खास भारत-जापान का मिलाजुला प्रोजेक्ट है, जिसमें 450 से ज्यादा आर्टिस्ट्स ने करीब 1,00,000 हाथ से बने सेल्स का इस्तेमाल किया है. इसका रिजल्ट एक ऐसा विजुअल मास्टरपीस है, जो जापानी कला की खासियत और भारत की पुरानी कहानी कहने की ट्रेडिशन का शानदार कंबीनेशन है.

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