अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मुंबई के नानावती अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं. अमिताभ बच्चन के साथ-साथ उनके बेटे अभिषेक बच्चन और बहू ऐश्वर्या राय बच्चन और पोती भी अस्ताल में भर्ती हैं. इसी बीच खबर आई कि अमिताभ बच्चन के घर 'जलसा' पर बीएमसी (BMC) की तरफ लगाया गया कंटेन्मेंट जोन का पोस्टर हटाया लिया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस बात की जानकारी दी है. अब माना जा रहा है कि है कि जल्द ही बच्चन फैमिली के सदस्यों के कोरोना संक्रमण से मुक्ति होने की खबर आ सकती है.
Mumbai: BMC removes poster which they had put outside 'Jalsa', residence of Amitabh Bachchan, declaring it as containment zone.
— ANI (@ANI) July 26, 2020
Amitabh Bachchan, Abhishek Bachchan-Aishwarya Rai Bachchan & their daughter Aaradhya are admitted at Nanavati Hospital after testing positive for COVID pic.twitter.com/GIImOJVA7n
अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने शनिवार को अपने ब्लॉग में अस्पताल का अनुभव भी साझा किया है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी से पैदा हुई मानसिक स्थिति रोगी पर भारी पड़ती है क्योंकि उसे मानवीय संपर्क से दूर रखा जाता है. उन्होंने कहा: "कोविड-19 (Covid 19) मरीज को अस्पताल के अलग वार्ड में रखा जाता है जिससे वह हफ्तों तक दूसरे लोगों को नहीं देख पाता. नर्स और डॉक्टर इलाज के लिए आते हैं और दवाएं देते हैं लेकिन वे हमेशा पीपीई किट्स पहने दिखाई देते हैं." उन्होंने कहा कि किसी भी मरीज को निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) पहनने वाले का चेहरा नहीं दिखाई देता क्योंकि स्वास्थ्य देखभाल कर्मी अत्यधिक एहतियात बरतते हैं और इलाज करके चले जाते हैं. अभिनेता ने कहा, "चले जाते हैं क्योंकि लंबे वक्त तक रुकने से संक्रमित होने का डर रहता है. जिस डॉक्टर के मार्गदर्शन में आपका इलाज चल रहा होता है वह कभी आपके पास नहीं आता."
अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने कहा कि संवाद वर्चुअल है जो मौजूदा हालात को देखते हुए सबसे अच्छा तरीका है लेकिन फिर भी ‘‘अव्यक्तिगत'' है. अपने स्वास्थ्य के बारे में सोशल मीडिया पर प्रशंसकों को अक्सर जानकारी देने वाले अभिनेता ने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित होने का ठप्पा ऐसा है जिससे किसी मरीज को संस्थागत पृथक-वास अवधि खत्म होने के बाद भी जूझना पड़ सकता है. अमिताभ ने कहा, ‘‘क्या इसका मानसिक रूप से मनोवैज्ञानिक असर पड़ता है? मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि पड़ता है। पृथक वास अवधि खत्म होने के बाद मरीजों को गुस्सा आता है, उन्हें पेशेवर मनोवैज्ञानिकों से बातचीत करने की सलाह दी जाती है.''
अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने कोरोना वायरस से संक्रमित न पाए जाने की खबरों को बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया था. अमिताभ की बहू अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन (46) और आठ साल की पोती आराध्या बच्चन भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई और उन्हें गत हफ्ते नानावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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