This Article is From Apr 29, 2022

सबका बदला लेगा रे तेरा चाइनामैन

विज्ञापन
Sanjay Kishore

चाइनामैन कुलदीप यादव मानों बदले की आग में जल रहे हैं. चुन-चुन कर टीमों से बदला ले रहे हैं. ख़ासतौर पर उनके निशाने पर हैं किंग खान के कोलकाता नाइटराइडर्स. पिछले 2 सीज़न उनके लिए बेहद ख़राब रहे थे. पिछले साल तो उन्हें कोलकाता ने सिर्फ़ 5 मैच में मौक़ा दिया. उन्हें 'बेंच प्लेयर' बना कर छोड़ दिया गया था. इस सीज़न दिल्ली कैपिटल्स के साथ जुड़ने के बाद एक नया कुलदीप नज़र आ रहा है. लेफ़्ट आर्म स्पिनर कुलदीप यादव ने इस सीज़न शानदार वापसी की है. कुलदीप यादव ने अपनी पुरानी टीम कोलकाता के ख़िलाफ़ एलाने जंग कर दिया है-पिछले साल बेंच पर बिठाया था न! अब चखो मज़ा. 

आईपीएल 2022 में कोलकाता की टीम की लगातार पांचवी हार में कुलदीप की भूमिका सबसे अहम रही. सिर्फ़ 3 ओवर में 4 विकेट लेने के बाद भी कप्तान ऋषभ पंत ने उन्हें चौथा ओवर नहीं दिया. इसको लेकर पंत की आलाचना भी हो रही है. चाइनामैन ने 14 रन देकर 4 विकेट लिए. इसमें कप्तान श्रेयस अय्यर और आंद्रे रसेल का भी विकेट शामिल था. कुलदीप ने इस सीज़न दूसरी बार कोलकाता के ख़िलाफ़ 4 विकेट हासिल किया. कोलकाता के साथ पहले मुक़ाबले में भी कुलदीप ने 35 रन देकर 4 विकेट लिए थे. 

कुलदीप अब तक खेले 8 मैचों में 17 विकेट ले चुके हैं जिसमें 8 कोलकाता के ख़िलाफ़ हैं. शायद कुलदीप कोलकाता के ख़िलाफ़ अतिरिक्त जोश के साथ बॉलिंग कर रहे हैं. उन पर तमाम तरह के मीम्स बन रहे हैं. एक मीम में लिखा है-व्यक्तिगत दुश्मनी है. बदला तो हम लेंगे ही. एक मीम है-पिछले साल क्या बोला ता? बेंच प्लेयर?

Advertisement

कुलदीप कहते हैं कि मानसिक रूप से मजबूत हुए हैं और असफ़लता से अब घबराते नहीं

"मैं मानसिक रूप से मज़बूत गेंदबाज़ बन गया हूं. आप जिन चीजों का सामना कर लेते हैं तो फिर उनसे डरते नहीं. मुझे अब असफल हाोने का कोई डर नहीं है. मेरे आईपीएल करियर का सबसे अच्छा सीज़न है. मुझे अपनी क्षमता और प्रतिभा पर पूरा भरोसा है. मैं अब अपने खेल का आनंद ले रहा हूं."  इस साल अब तक सिर्फ़ 8 मैच में 4 मैन ऑफ़ द मैच बताता है कि दिल्ली की जीत में चाइनामैन का कितना बड़ा योगदान रहा है. 4 मैन ऑफ़ द मैच के साथ कुलदीप विराट कोहली और रोहित शर्मा की लीग में शामिल हो गए हैं

विराट कोहली 2016 में 5 बार मैन ऑफ़ द मैच बने थे. कुलदीप यादव, ऋतुराज गायकवाड़ और रोहित शर्मा 4-4 बार मैन ऑफ़ द मैच बने हैं. यह भी दिलचस्प बात है कि कुलदीप यादव और युजवेंद चहल पिछले 2 साल में राष्ट्रीय टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं और वही गेंदबाज़ इस सीज़न पर्पल कैप की होड़ में सबसे आगे हैं. कुलदीप यादव और और युज़वेंद्र चहल की जोड़ी को कुल्चा (KulCha) नाम दिया गया है. कुलदीप चाहते हैं कि चहल सबसे ज़्यादा विकेट लें और पर्पल कैप जीतें.

Advertisement

"मेरे और चहल के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है. उसने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया है. वह मेरे बड़े भाई जैसा है. जब मुझे चोट लगी थी तब भी उसने मेरा साथ दिया था. मैं दिल से चाहता हूं कि चहल पर्पल कैप जीते. पिछले 4 साल से उसने शानदार गेंदबाज़ी की है." कुलदीप यादव, गेंदबाज़

दरअसल गौतम गंभीर के कप्तानी छोड़ने के बाद से कुलदीप के केकेआर में बुरे दिन शुरु हो गए थे. दिनेश कार्तिक और इयन मॉर्गन ने उन्हें बेंच लगभग पर बिठा दिया. कुलदीप के करियर पर इसका बेहद ख़राब असर पड़ा. उनकी राष्ट्रीय टीम में भी जगह नहीं बन पा रही थी. कुलदीप की कामयाबी में विकेट के पीछे खड़े महेंद्र सिंह धोनी की सलाह का भी बड़ा योगदान था. धोनी के जाने के बाद कुलदीप का मार्गदर्शन करने वाला कोई नहीं था. घुटने में चोट के कारण 2021 में वे लगभग पूरे साल मैदान से बाहर रहे. 

Advertisement

संजय किशोर NDTV इंडिया के स्पोर्ट्स एडिटर हैं...

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. 

Topics mentioned in this article