बिहार के समस्तीपुर में नगर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर-22 अंबेडकर नगर मोहल्ले में शुक्रवार को घरेलू कलह को लेकर दो बहनों ने फांसी लगा ली. इससे एक बहन की मौत हो गई. एक बहन का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है. घटना के सम्बंध में बताया गया कि दोनों बहनें घर में अकेली थीं. उनकी मां दिल्ली में रहती है और उनके पिता घर पर ही किराने की दुकान चलाते हैं. लड़कियों के पिता भी घटना के दिन शुक्रवार को सुबह ट्रेन से दिल्ली गए हुए थे.
बताया गया कि घर में चचेरी बहन के साथ हुए विवाद के बाद दोनों लड़कियों को उनके चाचा और चाची ने पीटा था. इसी से आक्रोशित होकर दोनों बहनों ने घर के पंखे में लगी रॉड से फांसी लगा ली. शोर-शराबा सुनकर पहुंचे आसपास के लोगों ने देखा कि दोनों बहनें फंदे से झूल रही हैं. उन्होंने आनन-फानन में फंदे को काटकर दोनों को उतारा. तब तक एक लड़की की मौत हो चुकी थी. दूसरी लड़की की सांसें चल रही थीं. उसे सदर अस्पताल में भर्ती किया गया.
मृत लड़की की पहचान राजू प्रसाद केसरी की 18 वर्षीय पुत्री खुशी कुमारी के रूप में हुई है. वहीं सदर अस्पताल में उसकी बहन 20 वर्षीय शालू कुमारी का इलाज चल रहा है. मामले की सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जांच में जुटी गई.
सदर अस्पताल में भर्ती शालू कुमारी ने अपने चाचा और चाची पर मारपीट करने और गंदी-गंदी गालियां देने का आरोप लगाया है. उसने बताया कि इसी से गुस्से में आकर दोनों बहनों ने फांसी लगाने का फैसला किया.
उसकी बड़ी बहन सोनल कुमारी ने बताया कि वह पांच बहन और दो भाई हैं. वह सबसे बड़ी बहन है और उसकी शादी हो चुकी है. दो बहन और दो भाई मां के साथ दिल्ली में रहते हैं.
स्थानीय लोगों द्वारा जब शव को एक ऑटो में लादकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जा रहा था, इसी दौरान पहुंची सोनल ने शव को ऑटो से उतार लिया और उसे वापस घर के अंदर ले गई. उसका कहना था कि उसके माता-पिता के आने के बाद ही शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जाएगा.
बताया गया कि घटना की सूचना माता-पिता को दे दी गई है. उन लोगों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. हालांकि देर शाम को पुलिस ने शव को जब्त करके उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
हेल्पलाइन | |
---|---|
वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्थ | 9999666555 या help@vandrevalafoundation.com |
TISS iCall | 022-25521111 (सोमवार से शनिवार तक उपलब्ध - सुबह 8:00 बजे से रात 10:00 बजे तक) |
(अगर आपको सहारे की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के पास जाएं) |