वोटर अधिकार यात्रा के समापन का प्लान बदला, अब पटना में रैली नहीं यात्रा निकालेंगे राहुल-तेजस्वी, जानिए वजह

बिहार में चुनाव से पहले चल रही राहुल गांधी-तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा का समापन 1 सितंबर को राजधानी पटना में होना है. पहले इस यात्रा के समापन के मौके पर एक बड़ी रैली आयोजित की जाने की योजना थी. लेकिन अब रैली नहीं निकाले जाने की बात सामने आई है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
एक सितंबर को पटना में समाप्त होने वाली राहुल-तेजस्वी की वोटर अधिकार यात्रा से समापन का प्लान अब बदल गया है.
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा का समापन पटना में पदयात्रा के रूप में होगा, रैली नहीं होगी.
  • पदयात्रा गांधी प्रतिमा से हाईकोर्ट के पास अंबेडकर प्रतिमा तक सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ निकाली जाएगी.
  • इंडिया गठबंधन बिहार के हर जिले से कार्यकर्ताओं को पटना में गांधी मैदान में कैम्प लगाकर इकट्ठा कर रहा है.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
पटना:

Voter Adhikar Yatra: बिहार में SIR प्रक्रिया के खिलाफ चल रही राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा के समापन पर 1 सितंबर को पटना में रैली की बजाय अब पदयात्रा होगी. पहले राजधानी पटना के गांधी मैदान में वोटर अधिकार रैली की योजना थी, लेकिन अब गांधी मैदान में स्थित गांधी प्रतिमा से हाईकोर्ट के पास अंबेडकर प्रतिमा तक राहुल और तेजस्वी सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा करेंगे. पार्टी सूत्रों के मुताबिक बिहार के हर जिले से बड़ी संख्या में इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं को पटना में इकट्ठा करने की तैयारी चल रही है. गांधी मैदान में हर जिले का कैम्प लगाया जाएगा.

गांधी मैदान में रैली का प्लान क्यों बदला?

हालांकि बड़ा सवाल यह है कि गांधी मैदान में रैली नहीं करना इंडिया गठबंधन की कोई मजबूरी है या रणनीति? सूत्रों के मुताबिक एक सितंबर को पटना में गठबंधन के सारे बड़े चेहरे इकट्ठा नहीं हो पा रहे थे क्योंकि स्टालिन, अखिलेश यादव जैसे बड़े नेता यात्रा के बीच में ही शामिल हो रहे हैं. इसके अलावा 17 अगस्त से विपक्षी गठबंधन के सभी नेता और कार्यकर्ता राहुल–तेजस्वी की 1300 किलोमीटर की यात्रा की तैयारियों में जुटे हुए हैं जो बीस जिलों से होकर गुजर रही है.

ऐसे में समापन के मौके पर गांधी मैदान नहीं भरने पर नकारात्मक संदेश जाता. ऐसे में रैली की जगह पटना में हजारों लोगों की पदयात्रा निकाल कर इंडिया गठबंधन अलग तरीके से शक्ति प्रदर्शन की कोशिश करेगी.

चुनाव से पहले यात्रा के जरिए जनसंपर्क

बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग द्वारा करवाई जा रही एसआईआर प्रक्रिया यानी वोटर लिस्ट सघन पुनरीक्षण अभियान के ख़िलाफ़ राहुल गांधी और तेजस्वी यादव वोटर अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं. रोजाना करीब सौ किलोमीटर की यात्रा के दौरान दोनों नेता आम लोगों के बीच रोडशो और नुक्कड़ सभाओं के जरिए आरोप लगा रहे हैं कि चुनाव आयोग बीजेपी के साथ मिलकर इंडिया गठबंधन के वोटरों को मतदाता सूची से बाहर कर रही है.

यात्रा का कितना लाभ मिला, ये तो नतीजे ही बताएंगे

यात्रा का कितना लाभ विपक्षी खेमे को चुनाव में मिलेगा ये वक्त बताएगा हालांकि वोटर अधिकार यात्रा के दौरान खूब भीड़ उमड़ रही है और इस दौरान "वोट चोर – गद्दी छोड़" के नारे खूब लगाए जा रहे हैं. मंगलवार को राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के साथ दरभंगा से मुजफ्फरपुर के बीच बुलेट मोटर साइकिल चलाई. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन यात्रा में शामिल हुए और वोट काटे जाने को आतंकवाद से ज़्यादा ख़तरनाक बता दिया. तीस अगस्त को अखिलेश यादव इस यात्रा में शामिल होंगे.

यह भी पढ़ें - राहुल गांधी-तेजस्वी की वोटर अधिकार यात्रा, एक हफ्ते के बाद कितनी पास, कितनी फेल?

Featured Video Of The Day
Bihar Election 2025: बिहार में चलेगा SIR का मुद्दा...क्या बोले भैया? Baba Ka Dhaba | Bihar Politics