बिहार में जातीय सर्वे का फैसला तब लिया गया जब बीजेपी सरकार में थी, लालू श्रेय न लूटें : सुशील मोदी

भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा, 15 साल आरजेडी के सत्ता में रहने केस दौरान क्यों नहीं हुआ जातीय सर्वे?

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
बीजेपी के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा, सर्वे रिपोर्ट का अध्ययन कर अपनी नीतियां तय करेंगे.
नई दिल्ली:

पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में जातीय सर्वे करने का निर्णय उस सरकार का था, जिसमें भाजपा शामिल थी. उन्होंने कहा कि जातीय सर्वे की रिपोर्ट जारी होने पर लालू प्रसाद श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि 15 साल राज करने के दौरान उन्होंने जातीय जनगणना नहीं कराई थी.  

सुशील मोदी ने कहा कि जातीय, आर्थिक, सामाजिक सहित कुल 27 बिंदुओं पर सर्वे कराया गया था. इन सभी बिंदुओं पर ग्राम स्तर के आंकड़ों के साथ सरकार को विस्तृत रिपोर्ट जारी करनी चाहिए. 

उन्होंने कहा कि नगर निकायों में आरक्षण देने के लिए राज्य सरकार ने पिछले वर्ष अतिपिछड़ा वर्ग आयोग बनाया था. उसकी रिपोर्ट अब तक क्यों दबाए रखी गई है? 

मोदी ने कहा कि अभी जातीय सर्वे के केवल राज्यस्तरीय आंकड़े सामने आए हैं और ये अनुमान के अनुरूप हैं. हम सर्वे रिपोर्ट का गंभीरतापूर्वक अध्ययन कर अपनी नीतियां तय करेंगे.

Featured Video Of The Day
Bihar Elections: बिहार में 'चुनावी त्योहार'! छठी मइया किसका करेंगी कल्याण? | Chhath Special
Topics mentioned in this article