बिहार में पुल गिरने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. अभी बारिश का मौसम है और बिहार में लगातार पुल गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं. इन घटनाओं से त्रस्त आकर एक ऐसा काम हुआ, जिसे जानने के बाद लोग पूरी तरह से चौंक गए हैं.
पूरा मामला समझिए
बिहार के अररिया जिले में पुल गिरने की सुर्खियों के बीच एक अनोखे पुल निर्माण की नई कहानी सामने आई है. रानीगंज प्रखंड के परमानंदपुर गांव में एक सूख चुकी नदी पर पुल और करीब तीन किलोमीटर की सड़क के लिए एक पुल का निर्माण किया गया है. लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि ये पुल यहां नदी के ऊपर नहीं बीच खेत में ही पुल का निर्माण कर दिया गया. इस पुल के निर्माण को लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है. ग्रामीण इसका काफी विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है. ग्रामीणों का मानना है कि नदी के बजाए निजी जमीन पर पुल का निर्माण किया गया.
डीएम ने लिया एक्शन
इस मामले पर अररिया के डीएम ने एक्शन लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं. डीएम डीएम इनायत खान ने ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. डीएम ने कहा है इस मामले में रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी.
ये कैसा पुल है?
जब से इस पुल के बारे में लोगों को जानकारी मिली है, लोग पूरी तरह से हैरान और दंग रह गए हैं. ग्रामीणों ने कहा कि कुछ बिचौलियों की मिली भगत से उक्त स्थान पर पुल बना दिया गया और उसे सड़क से भी नहीं जोड़ा गया है और न ही अप्रोच का निर्माण करवाया गया है जिससे पुल उनके किसी काम का नहीं है .ग्रामीण पृथ्वी मंडल और जोगेंद्र मंडल ने बताया कि पुल जहां बना है,उसके बाद ग्रामीणों की लगभग 500 एकड़ जमीन है. ग्रामीणों का कहना है कि इस पुल का क्या काम है, ना ही इस पर सड़क होगी और ना ही नदी, फिर लोग इसे कैसे इस्तेमाल करेंगे.