"जिन्हें आपत्ति है वो केंद्र से बोलकर फिर से करवा लें", जातिगत गणना के आंकड़ों पर सवाल उठाने वालों को तेजस्वी का जवाब

तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर आंकड़े में फेरबदल करना होता तो मुख्य मंत्री नीतीश कुमार अपने जाति के आंकड़े को बढ़ा देते.

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पटना:

बिहार में जातिगत गणना की रिपोर्ट को लेकर राजनीति गर्म है. विपक्षी दलों द्वारा आंकड़ों पर सवाल उठाए जाने पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy Chief Minister Tejashwi Yadav) ने हमला बोला है.  उन्होंने कहा कि अगर आंकड़े में फेरबदल करना होता तो मुख्य मंत्री नीतीश कुमार अपने जाति के आंकड़े को बढ़ा देते और उन्होंने बीजेपी के सहयोगियों पर कहा कि ये सब लोग केवल भ्रम फैलाने के लिए ऐसा कर रहे हैं.  तेजस्वी यादव रविवार को सहरसा में पार्टी के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. 

तेजस्वी यादव ने कहा कि 1931 के जनगणना के समय भी यादवों की आबादी 11 प्रतिशत थी और उस समय बिहार में ही झारखंड और ओडिशा का भी हिस्सा था.  स्वाभाविक तौर पर बिहार के हिस्से में यादवों की आबादी अधिक है तो वो परसेंट में दिख रहा है. राजद नेता ने एनडीए के घटक दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उन्हें जातिगत गणना के आंकडों में कमी दिख रही है तो वो केंद्र सरकार से कहकर फिर से गणना करवा लें. 

तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी ने अपने सभी घटक दलों को नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने लोजपा पर तंज करते हुए कहा कि पार्टी का ही 2 टुकड़ा कर दिया गया.  परिवार में ही बंटवारा करवा दिया गया.  उन्होंने कहा कि आम जनता के पैसों से लोगों को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही है. जनता का पैसा बर्बाद किया जा रहा है. 

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