- तेजप्रताप यादव के करीबी सहयोगी अविनाश कुमार ने उन पर गंभीर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है
- आरोप के मुताबिक तेजप्रताप यादव ने अविनाश का मोबाइल फोन छीनकर उनके साथ सरकारी आवास पर मारपीट की थी
- अविनाश ने बताया कि उनके कपड़े उतार दिए गए और न्यूड वीडियो बनाकर उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव एक बार फिर गंभीर विवादों में घिर गए हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इस बार उन पर आरोप लगाने वाला कोई विपक्षी नेता नहीं, बल्कि उनका बेहद करीबी सहयोगी है, जो खुद को तेजप्रताप का 'हनुमान' कहता था. पिछले कई सालों से तेजप्रताप के साथ साये की तरह दिखने वाले और सोशल मीडिया पर उनके लिए रील्स बनाने वाले अविनाश कुमार ऊर्फ सौरभ ने अपने नेता पर गंभीर और सनसनीखेज आरोप लगाए हैं.
क्या है पूरा मामला?
अविनाश कुमार उर्फ सौरभ का दावा है कि विवाद की शुरुआत रविवार को खान सर के भाई के रिसेप्शन में हुई, जहां तेजप्रताप उनसे नाराज हो गए और उनका मोबाइल फोन छीन लिया. इसके बाद उन्हें तेजप्रताप के सरकारी आवास 26 नंबर बंगले पर बुलाया गया. सौरभ के आरोप इससे कहीं ज्यादा गंभीर हैं. उन्होंने मीडिया को बताया कि बंगले पर पहुंचते ही उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई. "इतना ही नहीं, मेरे कपड़े उतरवा दिए गए और न्यूड वीडियो भी बनाया गया. वहां मौजूद लोग यह सब देखते रहे, लेकिन किसी ने मुझे बचाने की कोशिश नहीं की." सौरभ ने आगे बताया कि उनका फोन रात 9 बजे से 1:30 बजे तक तेजप्रताप के आवास में रखा गया, ताकि वे किसी को इस घटना की जानकारी न दे सकें.
जिन्हें भगवान माना, उन्होंने ही मुझे बर्बाद कर दिया
सौरभ यादव, जो सोशल मीडिया पर अक्सर तेजप्रताप के पैर छूते हुए नज़र आते थे और उन्हें 'महादेव' कहते थे, अब पूरी तरह से टूट चुके हैं. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान उन्होंने तेजप्रताप यादव के लिए दिन-रात प्रचार किया, गांव-गांव जाकर वोट मांगे और सोशल मीडिया पर उनकी छवि बनाने में बड़ी भूमिका निभाई. सौरभ ने दुख व्यक्त करते हुए कहा, "मैंने जिनको भगवान की तरह माना, उन्होंने ही मेरे साथ सबसे गलत किया. मैंने उनके लिए प्रचार किया, लेकिन उन्होंने मुझे बर्बाद कर दिया."














