जनता दल यूनाईटेड (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन ललन सिंह (Rajeev Ranjan Lalan Singh) ने आज बीजेपी (BJP) पर कड़े प्रहार किए. उन्होंने कहा कि उन्होंने (बीजेपी) ने रोजगार कहां दिया? कोई लेखाजोखा नहीं है, बही खाता सब साफ है. बही खाता खाली है तो क्या बोलेंगे? कभी कहेंगे चीता लाए, कभी कहेंगे राम मंदिर बनावाएंगे. उन्होंने कहा कि, बहुरूपिया क्या होता है? वह जो 12 दिन में 12 रूप दिखाता है. यह पूरी पार्टी (बीजेपी) वही है.
ललन सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आरक्षण विरोधी है. 2015 का विधानसभा चुनाव याद कीजिए, चुनाव के पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि अब आरक्षण व्यवस्था पर पुनर्विचार करने का समय आ गया है. भारतीय जनता पार्टी की यही सोच है. भारतीय जनता पार्टी को तो आरएसएस गाइड करता है. तो जो कंट्रोल टॉवर है वहां से यह विचार चला कि अब आरक्षण व्यवस्था पर पुनर्विचार की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि देश में कहीं अति पिछड़ा वर्ग है क्या? नहीं है, बिहार में है. यह किसने दिया, जननायक कर्पुरी ठाकुर ने. पहली बार 1978 में कर्पुरी ठाकुर ने अति पिछड़े वर्ग को चिन्हित किया और राज्य सरकार की नौकरी में आरक्षण दिया. जब 2005 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बने तब उन्होंने जननायक कर्पुरी ठाकुर के सपनों को आगे बढ़ाया.
उन्होंने कहा कि सन 1979 में भारतीय जनता पार्टी, जो तब जनसंघ थी, ने कर्पुरी ठाकुर से समर्थन वापस लेकर उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने 1978 में अति पिछड़े वर्ग को आरक्षण दिया था. यह इनका चरित्र है.