जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने बिहार में वर्ष 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के होने वाले मुख्यमंत्री को लेकर अपनी बात रखी हैं. क्या 2025 में तेजस्वी यादव को महागठबंधन में मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, इस सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) ने कहा था कि 2025 में चुनाव तेजस्वी प्रसाद के नेतृत्व में लड़ेगें. हमने कहा कि इस पर 2025 से बात करेंगे क्योंकि चुनाव तो 2025 में ही विधानसभा का होना है ना. " उन्होंने कहा, "जो मुख्यमंत्री ने कहा और जो मैंने कहा, उस में कहां विरोधाभास है? उन्होंने कहा कि 2025 में तेजस्वी प्रसाद नेतृत्व करेंगे, हमने कहा इस पर 2025 में सवाल पूछिएगा. आप बताएं 2025 में चुनाव होना है और उसका निर्णय 2023 में हो जाए निर्णय तो मुख्यमंत्री जी ने बता दिया. वह पार्टी के सर्वमान्य नेता है उस वक्त चुनाव लड़ा जाएगा तो उनके नेतृत्व में लड़ा जाएगा. विधायक चुनकर आएंगे वह मुख्यमंत्री तय करेंगे. मुख्यमंत्रीजी पार्टी के सर्वमान्य नेता है वह जो निर्णय करते हैं हम सब मान लेते हैं."
उपेन्द्र कुशवाहा के बारे में ललन सिंह ने कहा, "हमें 3 महीने से मालूम है, वह पटना से दिल्ली आ रहे थे किससे मिल रहे थे, कब मिले थे.. हम लोगों को सब मालूम है. "उनके जाने से काहे का नुकसान होगा. दिल्ली में क्या डील हुआ? क्या फाइनल हुआ? क्या उनको वादा हुआ या नहीं हुआ? यह पूरी कहानी वही जानते हैं, बिहार के लोग जानते हैं कि उपेंद्र कुशवाहा किसी भी पार्टी में साल-दो साल से ज्यादा नहीं टिकते हैं." जेडीयू अध्यक्ष ने कहा, "आज वे (उपेन्द्र कुशवाहा ) तेजस्वी यादव के खिलाफ बोल रहे हैं. जब 2019 में एनडीए से बाहर आए थे तो तेजस्वीजी के साथ सम्मेलन किए थे तब उन्होंने कहा था कि यदुवंशी समाज का दूध और कुशवाहा समाज का चावल मिलकर खीर बनाएंगे. आज कुछ और बोल रहे हैं वह अति महत्वाकांक्षा आदमी हैं. उनकी महत्वाकांक्षा की पूर्ति जहां तक होती रहेगी, वहां तक उस पार्टी में रहेंगे उसके आगे और दूसरा रास्ता खोजने लगेंगे."
ललन सिंह ने कहा कि वे 3 महीने से ड्रामा कर रहे थे कि पार्टी कमजोर हो रही है. दिल्ली में आकर अपने एडजस्टमेंट की बात कर रहे थे. पटना पहुंचते-पहुंचते कहते थे कि जदयू कमजोर हो रहा है उसको मजबूत करने की जरूरत है. अभी जदयू का सदस्यता अभियान चला था और 72 लाख रेकॉर्ड मेंबर बने हैं.
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