मखाने की खेती समझने पानी में उतरे राहुल गांधी, बोले- मुनाफे का एक प्रतिशत भी किसानों को नहीं मिलता

बिहार के पूर्णिया, कटिहार, अररिया जैसे जिलों में मखाने की खेती बड़े पैमाने पर होती है. शनिवार को वोटर अधिकार यात्रा के तहत कटिहार पहुंचे राहुल गांधी ने मखाने की खेत में उतककर इसकी खेती समझी.

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कटिहार में मखाने की खेती समझते राहुल गांधी.
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  • राहुल गांधी ने कटिहार में मखाने की खेती का निरीक्षण किया और किसानों-मजदूरों से उनकी समस्याएं जानी.
  • बिहार विश्व का प्रमुख मखाना उत्पादक राज्य है, जहां किसान मेहनत के बावजूद लाभ में नहीं हैं.
  • राहुल गांधी ने कहा कि मखाने की कीमत शहरों में अधिक है जबकि किसानों को नाम मात्र का दाम मिलता है.
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कटिहारा (बिहार):

Rahul Gandhi in Katihar: 'वोटर अधिकार यात्रा' लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को कटिहार पहुंचे. कटिहार में उन्होंने मखाने (Lotus Seed) की खेती देखी. घुटने तक पानी से भरे खेत में उतरकर मखाने की खेती को जाना. फिर पास में ही मखाने को तैयार कर किसान और मजदूरों के साथ बैठकर मखाने की प्रोसेसिंग का तरीका भी समझा. इस दौरान उन्होंने किसानों से बात भी की. इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि बिहार दुनिया का 90 प्रतिशत मखाना उगाता है, मगर दिन-रात धूप-पानी में मेहनत करने वाले किसान-मज़दूर मुनाफे का 1 प्रतिशत भी नहीं कमाते हैं.

शहरों में हजार-दो हजार रुपए किलो बिकता है मखाना

राहुल गांधी ने लिखा- आज, इन किसानों से उनके खेतों में मिलकर उनकी आपबीती जानी. बड़े शहरों में 1000-2000 रुपए किलो बिकता है, मगर इन मेहनतकशों, पूरे उद्योग की नींव को, नाम मात्र का दाम मिलता है. कौन हैं ये किसान-मज़दूर? अतिपिछड़े, दलित - बहुजन. पूरी मेहनत इन 99 प्रतिशत बहुजनों की और फ़ायदा सिर्फ़ 1 प्रतिशत.

कटिहार में मखाने की खेत में कांग्रेस प्रदेशध्यक्ष राजेश राम और किसानों के साथ राहुल गांधी.

वोट का अधिकार और हुनर का हक हम खोने नहीं देंगेः राहुल

कांग्रेस नेता ने आगे लिखा कि वोट चोर सरकार को न इनकी कदर है, न फिकर - न आय दिया, और न ही न्याय. वोट का अधिकार और हुनर का हक़ एक सिक्के के दो पहलू हैं - और इन दोनों को ही हम खोने नहीं देंगे. राहुल गांधी ने साथ वोटर अधिकार यात्रा में चल रहे वीआईपी के संस्थापक मुकेश सहनी ने भी मखाना किसानों से मुलाकात की. उन्होंने खुद मखाना भी फोड़ा.

दरअसल, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में महागठबंधन की 'वोट चोरी' के खिलाफ निकाली गई यह यात्रा सातवें दिन आज कटिहार पहुंची. यहां मखाना किसानों से नेताओं ने मुलाकात की और उनकी समस्याओं को जाना.

मखाना फोड़ने का प्रोसेस समझते राहुल गांधी.

मुकेश सहनी ने मखाना फोड़कर राहुल गांधी को दिखाया

मुकेश सहनी मखाना किसानों के साथ तालाब में उतरे और मखाना निकाला फिर बाद में गर्म भूंजे हुए मखाना को फोड़ कर राहुल गांधी को दिखाया. उन्होंने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को तालाब से लेकर पूरी तरह तैयार करने की विधि समझाई. वीआईपी नेता मुकेश सहनी ने मखाना किसानों की समस्याओं को लेकर कहा कि इनको लेकर सरकार ने भाषण तो खूब दिए लेकिन इनके दिन अभी तक नहीं सुधरे.

हमारी सरकार बनी तो इन मजदूरों की जिंदगी में खुशहानी लाएंगेः मुकेश सहनी

ये दिन रात एक कर मखाना तैयार करते हैं लेकिन इसकी कीमत आज तक इन्हें नहीं मिलती. शहर में मखाने की कीमत एक हजार किलोग्राम है लेकिन इन्हें यहां काम कीमत मिलती है. बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने भी कहा कि महागठबन्धन की सरकार बनने के बाद इनकी जिंदगी में भी खुशहाली आएगी और इनके घरों में इनके उत्पाद की अच्छी कीमत मिले ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी.

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