- प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के गया में 13 हजार करोड़ की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन किया.
- गंगा नदी पर देश का सबसे चौड़ा छह लेन वाला ब्रिज औंटा-सिमरिया पुल 8.15 किलोमीटर लंबा है.
- मगध क्षेत्र की 26 विधानसभा सीटों में महागठबंधन 2020 में बढ़त बनाए हुए था, जबकि एनडीए स्थिति सुधारना चाहता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक साल के भीतर सातवीं बार बिहार दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने गयाजी में 12,992 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इसमें औंटा-सिमरिया के बीच गंगा नदी पर देश का सबसे चौड़ा 6 लेन ब्रिज भी शामिल है. विधानसभा चुनाव से पहले हाल के कुछ महीनों में पीएम मोदी बिहार को ताबड़तोड़ सौगातें दे रहे हैं. पीएम मोदी के इस दौरे से मगध और अंग के लाखों लोगों को फायदा होगा. कहा जा रहा है कि पीएम मोदी के इस दौरे के जरिए बीजेपी मगध और अंग को साधने की कोशिश कर रही है.
हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और महागठबंधन के अन्य नेताओं ने बिहार में वोटर अधिकार यात्रा शुरू की है. यह यात्रा गयाजी से गुजरी और लखीसराय होते हुए मुंगेर पहुंची है. इसी बीच पीएम मोदी का बिहार दौरा हो रहा है, जो गयाजी के बाद बेगूसराय, मुंगेर के वोटर्स को भी प्रभावित करेगा. करीब चार घंटे के बिहार दौरे में पीएम मोदी के कदम गयाजी, पटना और बेगूसराय जिले में पड़े. पीएम के इस बिहार दौरे में कई बड़ी सौगातें शामिल हैं.
- बक्सर में 660 मेगावाट की बिजली परियोजना (लागत: ₹6,880 करोड़)
- मुजफ्फरपुर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल
- मुंगेर में ₹520 करोड़ की लागत से बने एसटीपी और सीवरेज नेटवर्क
- शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं (₹1,260 करोड़ की)
- गया-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस और वैशाली-कोडरमा बौद्ध सर्किट ट्रेन
- PM आवास योजना के तहत 16,260 लाभार्थियों का गृह प्रवेश समारोह
- पटना के मोकामा में 8.15 किमी लंबा औंटा-सिमरिया पुल (लागत: ₹1,870 करोड़)
मगध और मुंगेर प्रमंडल की 48 सीटों पर नजर
उत्तर बिहार के कई जिलों में जिस तरह बीजेपी की स्थिति मजबूत है, मगध प्रमंडल में स्थिति उलट है. मगध प्रमंडल में विधानसभा की 47 सीटें आती हैं. इनमें से 30 सीटों पर महागठबंधन का कब्जा है. बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन मुद्दे पर वोटर अधिकार यात्रा के बहाने महागठबंधन अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में है, वहीं एनडीए, पीएम मोदी के इस दौरे को अपने पक्ष में भुनाना चाहता है. पीएम मोदी जिन परियोजनाओं का उद्घाटन करने वाले हैं, उनमें कई महत्वपूर्ण हैं. जैसे कि गंगा नदी पर देश का सबसे चौड़ा छह लेन पुल, उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. वहीं दो ट्रेनों का लाभ कई जिलों के लोगों को मिलेगा.
मगध की 47 सीटों का समीकरण
मगध प्रमंडल के सात जिलों में विधानसभा की 47 सीटें आती हैं. 2020 विधानसभा चुनाव में इनमें से 30 पर कांग्रेस-राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन की जीत हुई थी, जबकि एनडीए ने 17 सीटें जीती थीं. जिस गयाजी में पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया, वहां दोनों गठबंधनों में मुकाबला बराबरी का है. वहां की 10 में से 5 सीटें महागठबंधन और पांच एनडीए के पास हैं.
2020 में नीतीश कुमार की जेडीयू, बीजेपी के एनडीए गठबंधन में शामिल थी, जो बाद में अलग होकर महागठबंधन में चली गई और फिर वापस एनडीए में आ गई. वहीं 2015 में नीतीश कुमार चुनाव से पहले आरजेडी के साथ महागठबंधन में थे.
मुंगेर में भी 2010 वाला प्रदर्शन दोहराना चाहेगा NDA
अंग प्रदेश के मुंगेर प्रमंडल की बात करें तो इसमें पांच जिले आते हैं. मुंगेर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई और शेखपुरा. इस इलाके में कुल 22 विधानसभा सीटें आती हैं. 2020 विधानसभा चुनाव में 22 में से 13 सीटें एनडीए के खाते में आई थीं, जबकि नौ सीटें महागठबंधन ने जीती थीं. 2015 में जब जेडीयू और आरजेडी साथ थे, तब यहां बीजेपी को कड़ी शिकस्त मिली थी. महागठबंधन ने 19 सीटें जीती थीं, जबकि एनडीए के खाते में सिर्फ 3 सीट आईं थीं. वहीं इससे पहले 2010 में एनडीए (जेडीयू, बीजेपी, लोजपा अन्य) ने 18 सीटें जीती थी और आरजेडी को महज चार सीट पर जीत मिली थी.
अब पीएम मोदी के दौरे से उम्मीद जगी है. जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गयाजी में अपने संबोधन के दौरान मगध और अंग के लोगों को ये संदेश देने की कोशिश की है कि एनडीए के नेतृत्व में ही बिहार में उत्तरोत्तर विकास संभव है.