राहुल गांधी से ज्यादा अखिलेश को सीरियस मानती हैं पुष्पम प्रिया, नीतीश को बताया अब तक का बेस्ट CM

प्रशांत किशोर के बारे में पुष्पम प्रिया ने कहा, "वह हमारी ही बातें कॉपी कर रहे हैं. झूठ बोल कर राजनीति मत कीजिए."

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  • बिहार चुनाव में प्लूरल्स पार्टी की नेता पुष्पम प्रिया ने दरभंगा से नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है.
  • उन्होंने अखिलेश यादव को राहुल गांधी से ज्यादा गंभीर नेता बताते हुए पीडीए को उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया
  • पुष्पम प्रिया ने नीतीश कुमार को अब तक का बेस्ट सीएम बताया, वहीं प्रशांत किशोर पर खुलकर निशाना साधा
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बिहार चुनाव में दरभंगा से पर्चा भरने के बाद प्लूरल्स पार्टी की प्रमुख पुष्पम प्रिया ने  तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की. उन्होंने नीतीश कुमार को अभी तक का बेस्ट सीएम बताया तो अखिलेश यादव को राहुल गांधी से ज्यादा सीरियस नेता करार दिया. प्रशांत किशोर के बारे में पुष्पम प्रिया का दावा था कि वह उनकी बातें कॉपी कर रहे हैं. 

चुनाव लड़ने के लिए दरभंगा क्यों चुना?

चुनाव लड़ने के लिए दरभंगा को ही क्यों चुना, इस सवाल पर पुष्पम प्रिया ने कहा कि यहां विपक्ष है ही नहीं, दरभंगा को ऐसे ही छोड़ दिया गया है.  विपक्ष के तो सीट के बंटवारे तक नहीं हो पाए हैं. विपक्ष ने दरभंगा को निराश किया है. इसी वजह से मैंने इस बार चुनाव लड़ने के लिए अपना घर दरभंगा चुना है. उन्होंने दावा किया कि इस बार दरभंगा में मुकाबला संजय सरागवी बनाम पुष्पम प्रिया का होगा. 

पुष्पम प्रिया दरभंगा में ऑडी कार से रोड शो करके पर्चा भरा.

पुष्पम प्रिया ने बिहार की पॉलिटिक्स को लेकर कहा कि राजनीति का स्तर बहुत गिर गया है, इनसे छुटकारा पाना है. उन्होंने राजनीति में योग्यता की कमी का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ शिक्षित लोगों को भी तो विपक्ष में होना चाहिए.

'राहुल गांधी से ज्यादा अखिलेश सीरियस'

उन्होंने अखिलेश यादव को राहुल गांधी से ज्यादा सीरियस नेता बताया और कहा कि अखिलेश ने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) जैसी चीज दी है. उन्होंने नीतीश कुमार को अभी तक का बेस्ट सीएम करार दिया. 

पीके पर साधा निशाना, कहा- रणनीतिकार ही रहें

प्रशांत किशोर (पीके) पर निशाना साधते हुए पुष्पम प्रिया ने कहा कि वह हमारी ही बातें कॉपी कर रहे हैं. आप झूठ बोल कर राजनीति मत कीजिए. आपको रणनीतिकार ही रहना चाहिए. उनका कहना था कि यदि आपमें लड़ने की क्षमता नहीं है तो आप नेता नहीं बन सकते हैं. 

पार्टी का नाम प्लूरल्स क्यों रखा?

पुष्पम प्रिया ने अपनी पार्टी के नाम 'प्लूरल्स' का मतलब समझाते हुए कहा कि यह नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि यह मुद्दों को बताता है. प्लूरल्स का मतलब है कि सभी जाति धर्म के लोग मिलकर शासन करें. पार्टी के कठिन नाम को लेकर उनका कहना था कि पहले लोग कांग्रेस और कम्युनिस्ट नाम भी नहीं बोल पाते थे. उन्होंने कहा कि मैं कम्युनिस्ट से अलग हूं, हमारी अपनी विचारधारा है. 

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जब तक जीत नहीं जातीं, मास्क लगाती रहेंगी

ऑक्सफ़र्ड और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई करने वाली पुष्पम प्रिया ने अपनी ब्लैक ड्रेस को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि वह ब्लैक पहनती हैं क्योंकि मालूम नहीं नेता लोग सफेद क्यों पहनते हैं. मास्क लगाने के सवाल पर उनका कहना था कि वह तब तक मास्क लगाएंगी, जब तक चुनाव नहीं जीत जातीं. 

पुष्पम प्रिया ने अपनी मां को याद करते हुए कहा कि मेरी मां ने बहुत संघर्ष किया है. जब मैं पैदा हुई थी, तब भी उन्होंने संघर्ष किया. उन्होंने भावुक होकर बताया कि उन्होंने पिता को मुखाग्नि दी थी और उन्हें लगता है कि उनके पिताजी को अच्छा लगा होगा. पिछली बार चुनाव हारने पर उनका कहना था कि वह नहीं, पिताजी मायूस हुए थे.

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